नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को किसान नेता शरद जोशी के निधन पर शोक जताया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया, "श्री शरद जोशी के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने शोक व्यक्त किया है। जोशी ने अपना जीवन किसानों के कल्याण एवं कृषि में सुधार हेतु संघर्ष में समर्पित कर दिया।"
पूर्व राज्यसभा सांसद जोशी का निधन शनिवार को पुणे में हुआ। वह 81 वर्ष के थे। उन्हें किसानों के नेता के रूप में जाना जाता है। वह महाराष्ट्र के किसान संगठन 'शेतकारी संगठन' के संस्थापक थे। इसके साथ ही वह 'स्वतंत्र भारत पार्टी' के भी संस्थापक थे। संसद में महिला आरक्षण के विरूद्ध मतदान करने वाले शरद जोशी एकमात्र सांसद थे। उन्होंने किसानों के लिए सदैव संघर्ष किया। सरकार की किसान विरोधी नीतियों की उन्होंने सदैव आलोचना की। यही कारण था कि लोग उन्हें किसानों का नेता मानते थे।
शरद जोशी ने अपने जीवन में अंग्रेजी समाचारपत्रों में संपादकीय के माध्यम से किसानों के विकास के लिए बेहतरीन कार्य किया। शरद जोशी ने कृषि महत्व की किताबें भी लिखीं जो बेहद उपयोगी साबित हुईं। शरद जोशी दो बेटियों से भरा-पूरा परिवार अपने पीछे छोड़कर चले गए। उनकी बेटियां विदेश में निवास करती हैं।