style="text-align: justify;">उत्तर प्रदेश/लखनऊ : अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाले बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने यासीन मलिक, मसरत आलम और सैयद अली शाह गिलानी सभी को सपोले कहा हैं, आदित्यनाथ ने कहा कि भारत विरोधी गतिविधियों में ये लोग आज से नहीं बल्कि शुरू से ही अलगाववादी गतिविधियों को नेतृत्व देते रहे हैं. ये लोग कश्मीर के अंदर भारत विरोधी वातावरण पैदा करते हैं. आदित्यनाथ ने कहा की कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और कश्मीर में सेना सुरक्षा के लिए आवश्यक है.
लेकिन ये लोग भारत की अखंडता के साथ खिलवाड़ करने वाले तत्व हैं. कल जो कुछ वहां हुआ है वह एक बार फिर अलगाववादियों और पाकिस्तान दोनों को मुहतोड़ जवाब देने के लिए हमें मौका देता है.
साथ ही आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे लगता है की देश की अखंडता और सुरक्षा के साथ समझौता नहीं होना चाहिए. और ना ही किसी के साथ किसी भी तरह की बातचीत होनी चाहिए. आदित्यनाथ ने इन तीनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ये शर्मनाक है. इन लोगों ने पाकिस्तान का समर्थन किया है, झंडे लहराए हैं. नारे लगाए हैं. पाकिस्तान का समर्थन करने वाले लोगों को पूरे परिवार के साथ पाकिस्तान ही भेज देना चाहिए.
बीजेपी सांसद आदित्यनाथ ने पाकिस्तान को बहुत ही खतरनाक राष्ट्र कहा है, आदित्यनाथ ने कहा कि हाफिज सईद पहले से 26/11 की घटना मे मोस्ट वांटेड है.
उसे शरण देना ये बतलाता है कि पाकिस्तान पूरी दुनिया के खतरनाक राष्ट्र के जनक के रूप में कुख्यात है. सईद और लखवी जैसे आतंकियों को पनाह देना इस बात को साबित करता है.' आजम खान के बयान पर योगी ने कहा की संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का इस तरह का बयान देना उसकी तालिबानी मानसिकता को दर्शाता है. इसकी निंदा की जानी चाहिए, साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित को निर्दोष बताते हुए उन्होंने कहा कि ये साबित हुआ है कि वो निर्दोष होने के बाद भी पिछले कई सालों से जेल की सलाखों के पीछे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने भी इस बात को साबित कर दिया है. प्रारंभिक रूप से जो बात सामने आई है उससे लगता है की उन पर दोष नहीं साबित नहीं हुए हैं.