पैकेज्ड फ़ूड और फ्रोजेन फ़ूड जब से हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बनने लगे है , तब से इनकी शेल्फ लाइफ के प्रति आम लोगों का रुझान थोड़ा लापरवाह होने लगा है , और यंही से समस्या की असली शुरुआत होती है | भोजन को कितनी देर तक फ़्रिज में रखें, इस बात पर हमेशा से बहस होती रही है।
खाने को फ़्रिज में रखना एक गंभीर मुद्दा है, अधिक देर तक खाना फ्रीजर में रखने पर इसके पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं और यह खाने में नुकसान कर सकता है। रखे हुये खाने को खाने से पेट में फ़ूड पोइजनिंग और हानिकारक कृमि हो सकते हैं।आज की दौड़भाग वाली ज़िन्दगी में जंहा सुकून का एक पल भी ब-मुश्किल मिलता है, हम वक़्त बचाने की होड़ में फ्रोजेन फ़ूड को ज़्यादा पसंद करने लगे है, खासतौर पर महानगरों में तो फ्रोजेन फ़ूड का चलन ज़ोरों पर है |
इस सिलसिले में जानते है फ्रिज़ में वस्तुओं की शेल्फ लाइफ को
दूध,दही और पनीर – दूध को 7 दिन तक रखा जा सकता है। मुलायम पनीर को 3 या 4 दिन एवं सख्त पनीर को 7 से 10 दिन तक भी रख सकते हैं।
मांस, मछली – मांस और मछली को फ़्रिज में 1 या 2 दिन से अधिक न रखें।
फल और सब्जियां- फलों ताज़े हों और उन पर कोई दाग या निशान न हो तो फ्रीजर में एक सप्ताह तक रखा जा सकता है लेकिन कटे हुये फलों को 2 दिन से अधिक नहीं रखना चाहिये।
पक्का हुआ भोजन - पके हुए भोजन को जितना हो सके कम समय के लिए फ्रिज से बाहर रखें , आप पक्का हुआ भोजन १२ घंटे से ज़्यादा न रखे , बासी खाना खाने से बचे।
पैकेज्ड फ़ूड - डिब्बा बंद सामान, खाना, मिठाई, मेवे आदि को एक्सपायरी से पहले ही खा लें, एक महिने से ज़्यादा डिब्बाबंद उत्पाद को न खाये क्योंकि इसमे स्ट्रांग प्रीज़रवेटीव होते है जो खाने को सुरखशीत रखने के लिए इस्तेमाल किये जाते है पर एक सेहत पर बुरा असर पड़ता है|