अस्ताना। कजाखिस्तान वर्ष 2015 से 2019 के बीच भारत को 5000 टन यूरेनियम की आपूर्ति करेगा. बुधवार को दोनों देशों ने यूरेनियम की आपूर्ति, सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए रक्षा समझौते समेत 5 मुद्दों पर समझौते किए. गौरतलब है कि भारत को अगले 2 दशकों में अपनी ऊर्जा उत्पादन को 4,560 मेगावॉट से 14 गुना अधिक बढ़ाने के लिए विदेशी परमाणु तकनीक और परमाणु ईंधन की आवश्यकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कजाखिस्तान के राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि रक्षा और सुरक्षा सहयोग के अहम आयामों में रणनीतिक साझेदारी होगी. प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित MOU के जरिए नियमित दौरे, परामर्श, सैन्य अधिकारियों के प्रशिक्षण, सैन्य तकनीकी सहयोग, संयुक्त अभ्यास, संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में विशेष बलों का आदान-प्रदान व सहयोग पर सहमति बनी है. मोसी ने बताया कि दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखने में सक्रिय भागीदारी का भी फैसला लिया है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कजाख राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव ने बुधवार को एस्टाना में हाइड्रोकार्बन संपन्न कजाखिस्तान से द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया.
नवाज शरीफ से हो सकती है मुलाक़ात
ब्रिक्स में शामिल होने रूस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात हो सकती है