![खुद को देश से बड़ा समझने वाले नेता करते हैं गलती](https://media.newstracklive.com/uploads/ads-photo/Feb/28/big_thumb/JAVED-AKHTAR3434_58b55d270e8a3.jpg)
नईदिल्ली। लोकप्रिय गीतकार जावेद अख्तर एक राष्ट्रीय स्तर के समाचार चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने टेलिविजन चैनल के एंकर से चर्चा की। एंकर के सवालों पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जो राजनेता स्वयं को देश से बड़ा समझते हैं वे गलत हैं, उन्हें इस बात की जानकारी होना चाहिए कि उन्होंने देश को नहीं बनाया है, बल्कि जनता ने इन नेताओं को चुना है और उन्हें बनाया है।
उनका कहना था कि जिस तरह से राष्ट्रवाद की व्याख्या की जाती है वह गलत तरह से की जाती है। राष्ट्रवाद का जो अर्थ लगाया जा रहा है वह गलत है। उन्हें लगता है कि वे राष्ट्र हैं। वे हमेशा के लिए नहीं रहते हैं राष्ट्र किसी भी राजनीतिक दल व राजनेता से बड़ा है, खुद को देश से बड़ा समझने वाले नेता बेहद गलत हैं। जावेद अख्तर ने कहा कि देश में कई महान नेता हुए हैं, यदि आप उनकी लिस्ट बनाऐंगे तो वे अकबर के बिना पूरी नहीं होगी। उनका कहना था कि वे विशाल व्यक्तित्व वाले नेता थे।
यूरोप में धर्मनिरपेक्षता जैसा और कोई शब्द सुनने में भी नहीं आया था। जावेद अख्तर ने कहा कि कट्टरपंथियों और दूसरे मजहब के लोगों द्वारा हमेशा अकबर जैसे धर्मनिरपेक्ष मुसलमान की आलोचना की गई। उनका कहना था कि यह दुख की बात है। एक धर्मनिरपेक्ष मुसलमान को हमेशा कट्टरपंथी लोगों और दूसरे मजहब के लोगों की आलोचना का शिकार होना पड़ गया।
उन्होंने स्पष्ट करते हुये कहा कि किसी भी मुसलमान को भारतीय के तौर पर नहीं जाना जाता, टीपू सुल्तान भारतीय नहीं था और यदि मैं इस विचार से सहमत नहीं हूॅं, तो मैं राष्ट्रद्रोही बन जाऊंगा। तो मैं राष्ट्रद्रोही हूॅं। उन्होंने कहा कि, अकबर एक भारतीय था, क्योंकि वह यहां पैदा हुआ और देश को समृद्ध बनाने में योगदान देते हुए यहीं उसकी जान गई।