नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा इजराइल, जाॅर्डन और फलस्तीन की यात्रा पर पहुंचेंगे। राष्ट्रपति मुखर्जी इन विरोधी देशों इजराईल और फलस्तीन की यात्रा पर जाने वाले पहले भारतीय नेता होंगे। मिली जानकारी के अनुसार 6 दिवसीय यात्रा के प्रथम चरण में राष्ट्रपति जाॅर्डन पहुंचेंगे। वे इराक के मोसुल कस्बे में आईएसआईएस के कब्जे में घिरे भारतीयों को मुक्त किए जाने के प्रयासों पर चर्चा करेंगे। उल्लेखनीय है कि आईएसआईएस द्वारा 39 भारतीयों को बंधक बनाकर रखा गया है। राष्ट्रपति, जाॅर्डन के शाह अब्दुल्ला से भेंट करेंगे।
इस दौरान क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर व्यापक द्विपक्षीय नातों पर गहराई से चर्चा की जाएगी। मुखर्जी यूनिवर्सिटी आॅफ जाॅर्डन में शिक्षकों और छात्रों को वे संबोधित करेंगे। भारतवंशी समुदाय के लिए अम्मान में राजदूत के समारोह में भी वे भागीदारी करेंगे।
राष्ट्रपति अपनी यात्रा के दौरान फलस्तीन पहुंचेंगे। वे 13 अक्टूबर से 3 दिवसीय इजराईल का दौरा भी करेंगे। यहां वे संसद नेसेट में संबोधित करेंगे। यही नहीं यह भी कहा गया है कि वे विशेषतौर पर मेहमान नेता के लिए दुर्लभ सम्मान प्रदान किया जाएगा। इस दौरान महामहिम राष्ट्रपति पूर्वी यरूशलम के अबू दीस में जवाहरलाल नेहरू माध्यमिक विद्यालय का शुभारंभ करेंगे। फलस्तीन के विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि भारत फलस्तीन की चिंता पर सैद्धांतिक समर्थन प्रदान कर रहा है।