नई दिल्ली : रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने अमेरिका को दो टूक शब्दों में साफ कर दिया है कि भारत साउथ चाइना सी में अमेरिका के साथ गश्ती नहीं करेगा। फिलहाल भारत का ऐसा कोई इरादा नहीं है। हाल के दिनों में भारत दौरे पर आए एक अमेरिकी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी ने भारत को दक्षिणी चीन सागर में ज्वाइंट पेट्रोलिंग का न्योता दिया था।
संवाददाताओं से बात करते हुए जब उनसे इस संबंध में सवाल पूछा गया कि क्या भारत अमेरिकी एडमिरल के आमंत्रण को स्वीकार करेगा, तब उन्होने कहा कि वो इश बात का जवाब नहीं देंगे कि एडमिरल ने क्या कहा, लेकिन इतना साफ कर दिया कि भारत गश्ती नहीं करेगा।
बता दें कि दक्षिण चीन सागर को लेकर 6 देशों के बीच विवाद चल रहा है। चीन अन्य देशों के युद्धपोतों को इस इलाके में नहीं आने देता है। हाल के दिनों में जब अमेरिका ने अपना एक युद्धपोत वहां भेजा तो चीन ने अपनी एंटी शिप मिसाइल को वहां तैनात कर दिया।
जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनातनी चल रही है। भारत हमेशा से ‘फ्रीडम ऑफ नेवीगेशन’ यानि समंदर में खुले नौवाहन का पक्षधर रहा है. लेकिन, सीधे तौर से चीन से टकराव को सही नहीं मानता है।