आम आदमी पार्टी और अरविन्द केजरीवाल को अब तक के सियासी करियर का सबसे तगड़ा झटका देने वाले प्रशांत पटेल ने किसी भी राजनितिक दाल से जुड़ने की खबरों का खंडन किया है. युवा वकील प्रशांत पटेल ने याचिका दायर कर 20 आप विधायकों की सदस्यता भंग करवा दी है. इसी के साथ पटेल का नाम राजनितिक गलियारों में गरमा गया है. लेकिन इस पर पटेल ने जो कहा उसके प्रमुख बिन्दुओ पर एक नज़र-
- पटेल ने कहा कि वह किसी भी पार्टी में नहीं जाएंगे, भले ही कोई ऑफर दे.
- वह वकील हैं और वकील का ही काम करेंगे.
- राजनीति में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है.
- आगे की कोई योजना नहीं है. अभी अपने काम पर ध्यान दूंगा.
- किसी से कुछ पर्सनल नहीं है.
- 20 विधायकों की सदस्यता जाने के बाद मुझ पर खतरा है.
- मुझे सुरक्षा की जरूरत है.
- मुझे साल भर पहले से महिलाओं के जरिए फोन करवाकर फंसाने की कोशिश हो रही थी.
- आम आदमी पार्टी कहीं भी अपील करे उसे फायदा नहीं मिलेगा.
- सुप्रीम कोर्ट में जाना उनका अधिकार है लेकिन जब राष्ट्रपति ने मुहर लगा दी तो अपील का फायदा नहीं मिलेगा.
- पटेल गैर राजनीतिक संगठन मिशन वन्दे मातरम फाउंडेशन के संरक्षक हैं, जिसके तहत शहीदों की याद में कार्यक्रम करते हैं.
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