ज़माना बदल चूका है तो हर दिन हमे कोई ना कोई नयी खोज के बारे में पता चलता ही रहता है। आये हम नयी नयी चीजों के बारे में सुनते रहते हैं। दरअसल,जो चीज़े पहले बन चुकी हैं उनमे फिर से नए नए एक्सपेरिमेंट करके उन्हें मार्केट में लाया जाता है। खबर के अनुसार ,ऐसे ही एक IIT-हैदराबाद की टीम ने एक ऐसा Sanitary Napkin बनाया है, जिसमें सोखने की क्षमता बाज़ार में मौजूद नैपकिन्स से कहीं ज्यादा है। दरअसल,उन्होंने ऐसा सेनेटरी नैपकिन बनाया है जिसे आसानी से डिस्पोज़ किया जा सकता है।
बताते हैं कि बाजार में मिलने वाले नैपकिन्स में Cellulose-Based Super-Absorbent Polymers (SAPs) का इस्तेमाल किया जाता है,जिससे ब्लड को ज्यादा से ज्यादा सोखा जा सके। लेकिन ये नैपकिन्स Non-Biodegradable बनाने के साथ-साथ सेहत के लिए भी हानिकारक बना देता है। बाजार के ज़्यादातर पैड्स इसी तरह से बनाये जाते हैं। लेकिन IIT-हैदराबाद के केमिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की टीम ने ऐसा सेनेटरी नैपकिन बनाया है जिसमे उन्होंने नैनो-टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से हानिकारक Super-Absorbent Polymers को Electrospun Cellulose Acetate (CA) नैनोफाइबर में बदलने की प्रक्रिया अपनाई है।
रिपोर्ट के अनुसार ये बहुत ही आराम दायक होते हैं। यहाँ के प्रोफेसर्स बताते हैं कि 'नैनोफाइबर युक्त ये प्रोडक्ट महिलाओं को स्वच्छता प्रदान करता है, वो भी बिना (SAP) के। बाजार में मिलने वाले प्रोडक्ट्स के लंबे समय तक इस्तेमाल से भी Toxic Shock Syndrome और गर्भाशय के कैंसर (Ovarian Cancer) का कारण बन सकता है। इससे बचने के लिए ये नैपकिन्स बनाये गए हैं।
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