नई दिल्ली : हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) और GAIL आंध्र प्रदेश में अनुमानित राशि 30,000 करोड़ की लागत से पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स बनाने वाले ज्वाइंट वेंचर में बराबर की पार्टनरशिप ले सकती हैं. HPCL के एक टॉप एग्जिक्यूटिव ने पेट्रोकेमिकल्स प्लांट के लिए दोनों कंपनियों की पार्टनरशिप के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा कि ज्वाइंट वेंचर 50:50 वाला होगा.
उन्होंने बताया की इसमें किसी तीसरे पार्टनर को शामिल करने के बारे में फ़िलहाल कोई विचार नही किया गया है, लेकिन हम आने वाले समय में एक और पार्टनर लाने का प्रयास करेंगे. आपको बता दे की आंध्र प्रदेश में रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना कई साल पुरानी है लेकिन विदेशी कंपनियों के इसमें पैसा लगाने कोई दिलचस्पी नही दिखाई जिसके कारण यह शुरू नहीं हो पाया.
हाल ही में कई भारतीय कंपनियों ने भी रिफाइनरी बनाने की योजना से नज़र हटा ली और सिर्फ पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स पर काम करने का निर्णय किया है.
HPCL के एग्जिक्यूटिव ने बताया कि इंजीनियर्स इंडिया अपनी रिपोर्ट 6 महीने के भीतर सौंप देगी. यह गैस बेस्ड पेट्रोकेमिकल्स मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी होगी, जिसको चलाने का अनुभव गेल को पहले से ही है. यह फैसिलिटी सरकारी गैस मार्केटिंग कंपनी गेल का सबसे बड़ा कस्टमर हो सकती है.
इंडियन ऑयल कंपनियां नई डिमांड की पूर्ति करने और सस्ते ऑयल का फायदा उठाने के लिए अपने पेट्रोकेमिकल्स मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी का एक्सपैंशन कर रही हैं.