मेनोपॉज के दौरान एक महिला काफी बदलाव महसूस करती है. ये बदलाव उसकी बॉडी से लेकर उसके माइंड तक में नजर आते हैं. तनाव, चिड़चिड़ापन, याददाश्त, और ध्यान न दे पाना जैसी प्रोब्लेम्स इस दौरान काफी दिखती है. आपको यह मान लेना चाहिए कि मेनोपॉज एक नेचुरल प्रोसेस है और हर किसी महिला को किसी ख़ास एज में इस से दो चार होना ही पड़ेगा। कुछ बातों को ध्यान में रख कर आप इस सिचुएशन को काफी कण्ट्रोल कर सकती हैं. मेनोपॉज के दौरान आपको मसालेदार और एसिडिक फ़ूड प्रोडक्ट्स का सेवन नही करना चाहिए।
तम्बाकू, कैफीन और शराब से दूर रहना भी रात में होने वाली घबराहट को कम करने में मददगार होता है। कैल्शियम इम्पोर्टेन्ट है चूंकि रजोनिवृत्त महिलाएं ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना होती हैं। बैलेंस्ड डाइट के लिए एक डाइटिशियन से परामर्श करें। इसके अलावा, रात में गर्म भोजन और पेय पदार्थों के सेवन से बचने की कोशिश करें। विटामिन बी और सी भी रात को घबराहट के कारण आने वाले पसीने को रोकने में मदद करता है। सुबह की धूप जो कि पर्याप्त विटामिन डी के साथ होती है, बेहद फायदेमंद है।
ताजा जूस और पानी का पर्याप्त सेवन दिन के दौरान आपके शरीर के तापमान को सामान्य रखने में सहायता करेगा। संतरा, नींबू, और मौसंबी जैसे सिट्रस विकल्प अधिक लाभदायक है। गाजर और अन्य सब्जियों के जूस भी फायदेमंद होते है। मेनोपॉज के दौरान तनाव घबराहट के कारणों में से एक हो सकता है। मेडिटेशन एंगर औऱ टेंशन से निपटने में मदद करता है। आप एक्सरसाइज के द्वारा भी तनावमुक्त हो सकते है, लेकिन किसी भी फ़ास्ट और हैवी गतिविधि जोकि आपके शरीर के तापामान को बढ़ा सकती है, को करने से बचना चाहिए।