गाजर सब्जी के रूप में पक्काकर खाये या सलाद रूप में कच्चा खाये दोनों ही रूप में गाजर बेहद स्वादिष्ट है | गाजर में विटामिन और मिनरल्स बहुत मात्रा में पाया जाता हैं| ये गाजर स्वादमें मधुर, कसैली, कडवी, तीक्ष्य, स्निग्ध, उष्णवीर्य, गरम, दस्तको बाँधनेवाली, मूत्रल, हिर्दय के लिये हितकर, रक्त को शुद्ध बनानेवाली, कफ निकालने वाली, वातदोष नाशक , षुष्टिवर्धक तथा दिमाग और नस-नाडियो के लिये बलप्रद है। यह अफारा, बवासीर, पेटके रोगों, सूजन, खाँसी, पथरी, मूत्रदाह, मूत्राल्पता तथा दुर्बलता का नाश करनेवाली है।
आइये जाने गाजर की अन्य फायदे -
1 दस्त होने पर गाजर का सूप लाभदायक सिद्ध होता है।
2 गाजर के रसकी 4 या 5 बूंदें दोनों नथुनों में डालने से हिचकी में लाभ होता है।
3 ताजे गाजर का रस अथवा उसकी लुगदी सिर पर एवं ललाट पर लगाने से नकसीर में लाभ होता है|
4 यदि प्रसवके समय स्त्रीको अत्यंत कष्ट हो रहा हो तो गाजर के बीजों के काढ़े में एक वर्षका पुराना गुड डालकर गर्म – गर्म पिलाने से प्रसव जल्दी होता है ।
5 जलने से होने वाले दाह में प्रभावित अंग पर बार बार गाजर का रस लगाने से जलन शांत होती है और त्वचा को आराम मिलता है|
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