![दूसरी तिमाही में सोने की वैश्विक मांग 15 फीसदी बढ़ी](https://media.newstracklive.com/uploads/business/stock-market/Aug/11/big_thumb/gold_57ac6bebe11ea.jpg)
मुम्बई: विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने अपनी ताजा रपट के अनुसार सोने की वैश्विक मांग के चलते 2016 की दूसरी तिमाही के दौरान मुख्यतः निवेशकों की मांग बढ़ने के कारण सोने की मांग में 15 फीसदी का इजाफा हुआ जो बढ़कर 1,050 टन रहा. गत वर्ष इसी अवधि में सोने की कुल मांग पिछले साल की इसी तिमाही में 910 टन थी|
डब्ल्यूजीसी की रपट में कहा गया है कि निवेश मांग बढ़कर 448 टन रही क्योंकि निवेशकों ने जोखिम विविधीकरण और निरंतर राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक अस्थिरता के मद्देनजर सोने को सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में चुना. रिपोर्ट के अनुसार इस तिमाही की मांग में बढ़ोतरी का अर्थ है कि 2016 की पहली छमाही में सोने की मांग रिकार्ड 2,335 टन रही.
डब्ल्यूजीसी के बाजार आसूचना एलिस्टेयर हेविट ने कहा, ‘‘सोने के वैश्विक रुझान पर पश्चिमी निवेश के लिए बढ़ती मांग का दबाव रहा क्योंकि निवेशकों ने सरकारी बांडों पर आय नकारात्मक और बढ़ती राजनीतिक एवं आर्थिक अनिश्चितता के बीच अपने निवेश को पुनर्संतुलित करने की कोशिश की.’’इस दौरान केंद्रीय बैंकों की मांग 40 प्रतिशत घटकर 77 टन रही जो पिछले साल की इसी अवधि में 127 टन रही. इस तरह पहली छमाही में कुल खरीद 185 टन रही|
रपट में जिक्र किया गया है कि केंद्रीय बैंक का अभी भी वैश्विक मांग में प्रमुख योगदानकर्ता बने रहने की उम्मीद है क्योंकि सोना मुद्रा भंडार विशेष तौर पर डालर से विविधीकरण प्रदान करता है.
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