हर लड़के का सपना रहता है की उसकी शादी हो उसका घर बसे और वो भी अपनी शादीशुदा ज़िंदगी जिए. लेकिन क्या कभी सोचा है की जिस लड़के से शादी करने के लिए कोई लड़की तैयार न हो उसके दिल पर क्या बीतेगी।
एक मासूम सा लड़का जिसका सपना फौज में नौकरी करना था, लेकिन वो पूरा नहीं हो सका. अब एक लड़की से शादी कर घर बसाना चाहता है लेकिन वो भी कोरा सपना ही साबित हो रहा है. घरवाले लड़की देखते हैं, शादी की बात चलाते है लेकिन फिर बात एक अंग पर आकर रुक सी जाती है. अब तक कई लड़कियों से बात चलाई गयी, लेकिन हर बार ठुकरा दिया गया. ये कहानी है एक कुंवारे की, जो अपने इस विकृत अंग से परेशान है. इसे वो चाहता तो सर्जरी से हटवा भी सकता था लेकिन उसे इससे कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन जो दिक्कत है वो है इसकी वजह से शादी नहीं होने की...
राजस्थान सीकर जिले में रहने वाले एक छोटे से गांव के एक युवक की इस कहानी में ये दिक्कत आज की नहीं है. उसके अंग में विकृति जन्म से ही है. हालांकि इस जन्मजात विकृति से उसे आज तक कोई तकलीफ नहीं हुई. लेकिन जवान होने के बाद जब बात शादी तक पहुंची तब उसे पता चला कि ये छोटी परेशानी नहीं है. सामान्य इंसान के हाथ और पांव में 20 अंगुलियां और अंगूठे होते हैं. यहां इस शख्स के यह संख्या 22 है. दोनों पांवों में एक-एक अंगूठे के स्थान पर दो-दो अंगूठे हैं.
युवक के अनुसार माना जाए तो जब भी किसी लड़की से शादी की बात चलती है तो उसके इस अंग विकृति के चलते बात रुक जाती है. लड़की वाले यह कह कर संबंध नहीं करना चाहते कि 22 अंगुलिया-अंगुठे अशुभ होते हैं. कई तो यह भी कहते हैं कि 21 होते तो शुभ होता औार वो खुशी-खुशी अपनी बेटी की शादी इससे कर देते. लेकिन एक अंगुठा ज्यादा होने से बात नहीं बनती. सीकर का रहने वाला यह युवक फिलहाल जयपुर में एक आयुर्वेद दवा की दुकान चला रहा है. वो कहता है कि उसके पास काम, पैसा सबकुछ है लेकिन लगता है शादी का सपना अब सपना ही रहने वाला है.