गरियाबंद: छत्तीसगढ़ में नए आबकारी सत्र से यह निश्चित हो गया है कि एक अप्रैल से राज्य सरकार द्वारा शराब की बिक्री की जाएगी, किन्तु हाल में बाल विकास मंत्री रमशीला साहू ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जिसमे उन्होंने शराबंदी का समर्थन किया है. जनदर्शन में गरियाबंद पहुंची मंत्री श्रीमती साहू ने कहा कि ग्रामीण नहीं चाहते तो शराब दुकान नहीं खुलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शराब की दुकाने बंद होना चाहिए जिससे स्वस्थ समाज की स्थापना हो सके.
बता दे कि नए शराब ठेकेदार आबकारी मंत्री अमर अग्रवाल ने शराबंदी को लेकर कहा था कि शराबबंदी अभी संभव नही हो सकेगी, वही इससे राज्य सरकार को छह सौ करोड़ रुपए का नुकसान होगा. ऐसे में सरकार छह सौ करोड़ राजस्व नुकसान के मद्देनजर खुद ही शराब दुकानें को चलाने का निर्णय लिया है, और फिलहाल इन पर रोक नहीं लगायी जा सकती है.
इससे पहले शराबबंदी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल हाइवे से पांच मीटर की दूरी पर शराब दुकान खोलने का आदेश दिया है. इस फैसले के बाद सरकार को चिंता है कि आउटर में शराब दुकान चली गई तो ठेकेदार दुकानों की नीलामी में हिस्सा नही लेगे, जिसके चलते सरकार खुद इन दुकानों का संचालन कर सकती है. किन्तु बाल विकास मंत्री रमशीला साहू ने शराबबंदी के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है.
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