नई दिल्ली : उतर प्रदेश की एसटीएफ टीम ने कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना और मुकीम काला के लिए काम करने वाले गैंगस्टर सहजाद सिंह को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। कुछ समय पूर्व तक सहजाद केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय में ड्राइवर की नौकरी करता था, जहाँ वो राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की गाड़ी चलाता था। मंत्री ने उसे अपने घर पर एक क्वार्टर दे रखा था।
कहा जा रहा है कि वो यहीं से अपना गैंग ऑपरेट करता था। एसटीएफ नोएडा के अधिकारी राजकुमार मिश्र ने बताया कि मार्च 2015 में बादलपुर के छपरौली में प्रॉपर्टी कारोबारी हरेंद्र दुजाना की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी केस में पुलिस को बुलंदशहर के सहजाद की तलाश थी। उसने अनिल दुजाना और मुकीम काला के 3-3 शूटरों का इंतजाम कर रखा था। इससे पहले भी वो हत्या के मामले में जेल जा चुका है और उस पर 12 हजार की इनामी राशि भी है।
एसटीएफ 1 महीने से उसे गिरफ्तार करने की कोशिश में लगी थी। लेकिन वो मंत्रालय से लौटने के बाद मंत्री के घर से बाहर ही नही निकलता था। इसके बाद एसटीएफ ने मंत्रालय को सूचित किया तो उसे 15 दिन पहले काम से हटा दिया गया। इसके बाद से वह छुपता फिर रहा था, शुक्रवार की सुबह 6 बजे उसे आनंद विहार आईएसबीटी से गिरफ्तार किया गया। जांच के दौरान कई बातें सामने आई।
1996 से मंत्रालय में चपरासी था। 1999 में उसे ड्राइविंग का काम मिल गया। धीरे-धीरे वो मंत्रियों और अधिकारियों की गाड़ियाँ चलाने लगा। वो शशि थरुर और डी पुरन्देश्वरी की भी गाड़ियाँ चला चुका है। मंत्रालय में जमा किए गए दस्तावेज में उसके पिता का नाम गोविंद लिखा हुआ है, जब कि उसके वोटर कार्ड में उसके पिता का नाम गोविंद सिंह लिखा हुआ है।