style="text-align: justify;">एक्शन धमाल और दातो तले ऊँगली दबा देने वाले सीन अगर देखने की इक्छा है तो यह सब 'एवेंजर्स : एज ऑफ अल्ट्रॉन' में देखने को मिलती है. दमदार एक्शन, सुपरहीरोज की कलाकारी और तो और रोमांटिक ट्रेक भी. इस बार इस फिल्म में किसी भी तरह का समय खराब नहीं किया गया है. पहले सीन में ही एवेंजर्स का ग्रुप बुरे लोगों के साथ लड़ता नज़र आयेगा. ये एक बड़ा एक्शन पीस है. ये हिस्सा एकदम सांस रोक देने वाला है. इसके बाद जो होता है वो बहुत ही साधारण तरीके से चलता है. टोनी स्टार्क ने फिल्म में कुछ बड़ा करने के हिसाब से अल्ट्रॉन नाम दिया है जो कि बाद में एकाएक कमीना हो जाता है. ये बाकी सभी एवेंजर्स से काफी मजबूत भी बताया गया है. इसके अलावा फिल्म में कुछ शानदार लोकेशंस है.
जब बात एंटरटेनमेंट वेल्यू की होती है तो डायरेक्टर जोस व्हीडन इस मामले में आधा प्रयास नहीं करते हैं. एक्शन कमाल का है. हल्क और आयरनमैन के बीच की टसल कमाल की है. मार्वल फैंस के लिए ये एक शानदार ट्रीट है. इस फिल्म में थॉर और कैप्टन कुछ मूव्स साथ करते भी दिखाई देंगे. इस बार हॉक आई को भी बड़ा हिस्सा मिला है. ये सबकुछ आपको काफी अच्छा महसूस कराता है. हालांकि इस फिल्म में पिछली फिल्म जैसा कुछ नहीं है. फिल्म के विलेन अल्ट्रॉन को मार्वल फिल्म का कमजोर विलेन ही साबित करती है. जेम्स स्पाडर की आवाज अच्छी है. मगर इसमें इस किरदार के बारे में किसी तरह की कोई बात नहीं की गई है. हालांकि विजन खूबसूरत है जो बताता है कि भविष्य की फिल्म में ये और भी बड़ा और बेहतरीन होगा. कुल मिलकर फिल्म फूली एंटरटेनमेंट पैकेज है.