![नशे के कारण बच्चे को खोने वाले पिता ने किया नशे का विरोध](https://media.newstracklive.com/uploads/taja-khabar/india/Jun/17/big_thumb/drug_5763f347ac7c3.jpg)
तरन तारन: लोकप्रिय हिंदी सिनेमा उड़ता पंजाब आज ही के दिन रीलीज़ हुई है. इस दौरान पंजाब के तरनतारन क्षेत्र से यह जानकारी सामने आई है कि यहां पर एक व्यक्ति ने नशे की समस्या के विरूद्ध प्रदर्शन किया है. दरअसल उसका प्रदर्शन बेहद अलग है. यह व्यक्ति उस कफन को ओढ़कर विरोध कर रहा है|
दरअसल मुख्यतार सिंह ने अपने प्रदर्शन के दौरान जो कफन ओढ़ा था उसे उसने अपने 28 वर्षीय पुत्र की मृत्यु के समय तैयार करवाया था. दरअसल उसका पुत्र मंजीत स्नातक उत्तीर्ण हो गया था, नौकरी नहीं मिलने के कारण वह हेरोईन की गिरफ्त में आ गया था।
ड्रग का आदि होने के कारण बाद में उसकी मौत हो गई थी. मुख्तार सिंह के अनुसार नगर पालिकाऐं मौत के लिए सिगरेट, बीड़ी, हुक्का, शराब और प्रेग्नेंसी सभी कारण बताए जा सकते हैं, मगर ड्रग्स का उल्लेख नहीं करती हैं. मुख्तार सिंह द्वारा कहा गया कि पंजाब में ड्रग्स की आदत के कारण मरने वाले लोगों की सही जानकारी नहीं मिल पाई. दरअसल मृत्यु प्रमाणपत्र में मौत का सही कारण नहीं बताया गया।
दरअसल जवान पुत्र की मृत्यु के बाद मुख्तार सिंह ने इस तरह की स्थिति को बदलने की जिम्मेदारी ले ली. मुख्तार सिंह अपने बेटे की मृत्यु से दुखी जरूर थे मगर जवान पुत्र की मौत ने उन्हें प्रेरित भी किया था, उन्होंने युवाओं में बढ़ती ड्रग्स की आदत के खिलाफ अभियान छेड़ दिया. इस दौरान मुख्तार सिंह ने कहा कि वे बेटे की मृत्यु का प्रमाणपत्र लेने के लिए नगर पालिका पहुंचे इस दौरान उन्होंने काफी दबाव देकर अर्जी में बेटी की मौत के कारण हेतु हेरोईन, स्मैक इंजेक्शन लिखवाया. हालात ये थे कि नगर पालिका कर्मचारी बेटे की मौत ड्रग्स से होने की बात मान ही नहीं रहे थे।
दरअसल बेटे की मोत का कारण ड्रग्स से होने को बताया गया, इस मामले में मुख्तार सिंह द्वारा कहा गया कि अब इस मामले में जंग प्रारंभ हो गई. यह जंग दिल्ली तक पहुंच गई. पंजाब स्टेट पाॅवर काॅर्पोग्रेशन में लाइनमैन मुख्तार सिंह ने कुछ पंजाबी और कुछ हिंदी में कहा कि कफन बोल पया, नशा बजाओ, पुत बचाओ. इस मामले में मुख्तार सिंह ने 26 मार्च को अपने पुत्र की मृत्यु होने के बाद दो कफन सिलवा दिए थे. इन कफनों पर उन्होंने नशा विरोधी नारे पेंट करवा दिए थे. मुख्तार सिंह ने कफन के माध्यम से पत्र लिखा और पंजाब राज्य के युवाओं को नशे से मुक्ति दिलवाने की अपील की।