भोपाल : मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर प्रलोभन देने का आरोप लगा चुके व्हिसल ब्लोअर डॉ. आनंद राय ने शुक्रवार को दावा किया है कि वें कैमरे वाली घड़ी पहनकर सीएम हाउस गए थे। उनके पास मुख्यमंत्री से मुलाकात के इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य हैं, और जरूरत पड़ी तो वह उसे उच्च न्यायालय में प्रस्तुत करेंगे। व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) और डेंटल, मेडिकल एडमीशन टेस्ट (डीमेट) के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे डॉ. आनंद राय ने पिछले दिनों उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ में एक शपथ पत्र देकर कहा था कि मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर उनसे लगभग एक घंटा पांच मिनट मुलाकात की थी, साथ ही उन्हें प्रलोभन दिया था कि अगर वॅ (डॉ. राय) व्यापमं को लेकर चलाए जा रहे अभियान में उन्हें और उनके परिवार को नहीं जोड़ते हैं, तो उनका और उनकी पत्नी दोनों का तबादला निरस्त कर दिया जाएगा।
डॉ. राय द्वारा न्यायालय में शपथ पत्र दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि "इस मामले में वह कुछ भी नहीं बोलेंगे। इस मामले में वह अपना पक्ष उच्च न्यायालय में रखेंगे।" इस बीच, डॉ. राय ने कहा है कि "उनके पास मुख्यमंत्री से मुलाकात के इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य उपलब्ध हैं। अगर मुख्यमंत्री मुलाकात को नकारते हैं तो वह इन साक्ष्यों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।" उन्होंने आगे कहा, "मुख्यमंत्री से मुलाकात का कोई कागजी रिकार्ड तो उपलब्ध होगा नहीं, क्योंकि जब वह मुलाकात के लिए गए थे तब कोई ब्योरा दर्ज नहीं किया गया था। मगर मुख्यमंत्री आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरे तो झूठ बोलेंगे नहीं।"
ज्ञात हो कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा व्यापमं मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद डॉ. राय और उनकी पत्नी का इंदौर से धार तबादला कर दिया गया था। डॉ. राय ने इसे द्वेषपूर्ण कार्रवाई करार देते हुए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, और उन्हें इस पर न्यायालय से स्थगन मिल गया है। डॉ. राय ने इसी मामले की सुनवाई के दौरान बुधवार को एक शपथ पत्र पेश कर आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री चौहान ने उन्हें प्रलोभन दिया है।