![UN में कश्मीर और आतंकवाद को लेकर भारत-पाक में फिर ठनी](https://media.newstracklive.com/uploads/taja-khabar/world/Nov/17/big_thumb/united-nations_564af98230d7e.jpg)
संयुक्त राष्ट्र : भारत और पाकिस्तान के बीच आतंकवाद के मसले पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालात ये हैं कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही देश एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं मगर भारत के तथ्य मजबूत हैं। दरअसल भारत ने यूएन में पाकिस्तान को एक असफल राष्ट्र बता दिया है। भारत का कहना है कि पाकिस्तान वह देश है जो अपने ही यहां रहने वालों पर अत्याचार कर रहा है, जबकि वह विश्वभर में दूसरे देशों को लोकतंत्र, मानवाधिकार और सहिष्णुता जैसे विषयों पर सलाह दे रहा है।
उसे उपदेश देने की कोई आवश्यकता ही नहीं है। कुछ मामले जो भारत के अंदरूनी हैं उनमें पाकिस्तान बिना वजह दखल दे रहा है। दरअसल दोनों देशों को यूएन में जवाब देने का अधिकार है इसी संबंध में भारत और पाकिस्तान दोनों देशों ने अपने-अपने जवाब दिए।
कश्मीर भारत का नहीं
भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संबोधन और उनकी कही बातों पर पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने कहा कि भारत द्वारा लगाए गए आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का भाग रहा ही नहीं है। यह एक विवादित विषय है। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को प्रेरित करने की बात को भी नकार दिया। उनका कहना था कि कश्मीर में जो हिंसा फैली उसका आरोप पाकिस्तान पर लगा दिया गया। जबकि यह सही नहीं है। भारत अब हिंसा से ध्यान भटकाने के लिए उरी हमले को सामने ला रहा है। पहले भी भारत इस तरह की गलत जानकारियां प्रसारित करता रहा है।
कश्मीर भारत का ही है
संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन के प्रथम सचिव ईनम गंभीर ने कहा कि जम्मू - कश्मीर भातर का भाग है और वह भारत का ही रहेगा।यह बात अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी जानता है। पाकिस्तान को विश्व से आतंक का विरोध करने के लिए अरबों डाॅलर की आर्थिक सहायता दी गई इतना ही नहीं उसे आतंक के विरोध में अभियान चलाने के लिए कहा गया मगर इसके बाद भी आतंकी सुरक्षित ठिकानों में पाकिस्तान में रहते हैं यह कैसे हो रहा है।
पाकिस्तान ने किया नरसंहार
उन्होंने कहा कि क्या पाकिस्तान ने 1971 में सबसे जघन्य और एक बड़े नरसंहार को अंजाम दिया। क्या पाकिस्तान ने अपने यहां रहने वालों के विरूद्ध ही हिंसक कार्रवाईयों का उपयोग नहीं किया। क्या अपनी ही जनता को दबाने का प्रयास नहीं किया। क्या आतंकी संगठन के लोग बड़े पैमाने पर पाकिस्तान में हथियारबंद तरह से नहीं हैं और इन लोगों ने बड़े पैमाने पर विरोधियों का मुंह बंद कर दिया।