![कल से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के आसार](https://media.newstracklive.com/uploads/editorial/Editordesk/Jul/22/big_thumb/Parliament_57921a6d9295f.jpg)
नई दिल्ली : कल 16 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में नोट बन्दी का मुद्दा सबसे ज्यादा छाने वाला है. इसलिए संसद के शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के आसार है. विपक्ष भी सरकार को घेरने के लिए जुट गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में विपक्ष अपनी आवाज उठाएगा. उधर सरकार भी विपक्ष से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के गाजीपुर की रैली में नोटबंदी के फैसले को कड़क चाय बताते हुए स्पष्ट कर दिया कि कि उनकी सरकार नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष से दो-दो हाथ करने को तैयार है. नोटबंदी के खिलाफ विपक्ष का संसद में मुकाबला करने के लिए पूरा एनडीए भी एकजुट हो गया है. सोमवार की रात हुई एनडीए की बैठक में प्रधानमंत्री ने अपने सहयोगी दलों को नोटबंदी के मुद्दे पर जनता से मिल रहे समर्थन के बारे में बताया. इस बैठक में शिवसेना और अकाली दल दोनों ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की तारीफ की.
बता दें कि पहले शिव सेना ने सरकार के इस फैसले की आलोचना की थी. इधर संसद के शीतकालीन सत्र से एक दिन पूर्व आज सोमवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. वहीँ दूसरी तरफ आज कांग्रेस ने सोनिया गांधी के निवास 10 जनपथ पर बैठक बुलाई है जिसमें सरकार को संसद में घेरने के लिए रणनीति बनाई जाएगी. इस सत्र में नोटबन्दी के अलावा जीएसटी, तीन तलाक जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
नोटबन्दी पर विपक्ष के सामने नहीं झुकेगी सरकार, विपक्ष हुआ एकजुट