कई बार ऐसा होता है जब हम तोड़-फोड़ कर वास्तु दोष को दूर नहीं कर सकते हैं. ऐसे में कुछ उपाय हैं, जिनसे वास्तु दोष का असर कम हो सकता है.
1- घर में तुलसी के पौधे लगायें. घर एवं आसपास के परिसर को स्वच्छ रखें.
2-घर में यथा संभव नियमित गौ मूत्र का छिड़काव करें. घर के अंदर सप्ताह में दो दिन कच्चे नीम पत्ती की धूनी जलाएं.
3-पोंछा लगते समय पानी में नमक और फिटकड़ी मिलकर पोंछा लगाएं.
4-घर में सुबह शाम कंडे को प्रज्ज्वलित कर गूगल और कपूर का धुना एवं लोबान से धूप करें.
5-घर के चारों दीवार पर वास्तु शुद्धि की सात्त्विक नाम जप की पट्टियाँ लगाएँ.
6-घर में अपने मृत पित्रों के चित्र अपनी दृष्टि के सामने न रखें. घर में कलह-क्लेश टालें,
7-वास्तु देवता "तथास्तु" कहते रहते हैं अतः क्लेश से कष्ट और बढ़ता है एवं धन का नाश होता है.
8-प्रसन्न एवं संतुष्ट रहें, घर के सदस्यों के मात्र प्रसन्नचित्त रहने से घर की ऊर्जा तक शुद्धि हो जाती है.
9-घर में अधिक से अधिक समय, सभी कार्य करते हुए नामजप , स्तोत्र आदि का पाठ करें.
10-सुबह और संध्या समय घर के सभी सदस्य मिलकर पूजा स्थलपर आरती करें.
11-घर के पर्दे, दीवार, चादर इत्यादि के रंग हल्के रखें. घर की चादर, पर्दे या दीवारों का रंग काले, बैंगनी या गहरे रंग के न हों यह ध्यान अवश्य रखें.
12-घर में सत्संग प्रवचन का आयोजन करें. रामायण पाठ, सत्यनाराण कथा, सुन्दरकाण्ड आदिक आयोजन करते रहें.
बर्तनों से भी हो सकता है वास्तुदोष