शंघाई : अपने फायदे के लिए चीनी कंपनियों ने एक रास्ता खोज निकाला है. खबर के अनुसार चीनी कंपनियों द्वारा अपने शेयरों को हाल फ़िलहाल बिकवाली से निवेशकों को रोकने के लिए एक उपाय खोजा है. चीन में सोमवार को 200 स्टॉकों ने मार्केट बंद होने के बाद ट्रेडिंग रोक दी व ट्रेडिंग को रोकने वाली अधिकतर कंपनिया चीन के शेनजेन में लिस्टेड है. चीनी मार्केट को करीब 2,03,370 अरब की गिरावट का सामना करना पड़ा है जो भारत के पूरे स्टॉक मार्केट के साइज का दोगुना है. अगर चीन में ट्रेडिन न रोकी गई होती तो यह गिरावट और भी बढ़ सकती थी. ट्रेडिंग बंद होने से चीनी मार्केट में करीब 8400 अरब रुपये या मार्केट पूंजी का 21 फीसदी लॉक करने में मदद मिली और यह तरीका चीन में अब लोकप्रिय होता जा रहा है।
सिंडा सिक्यॉरिटीज में एक स्ट्रैटिजिस्ट ने बताया, हमारा मुख्य मकसद होता है कि बिकवाली के दौर में शेयर मूल्य के गिरावट को रोकना होता है। शेनजेन कम्पोजिट इंडेक्स में जून 12 के पीक के बाद 38 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इसी तरह चीन के अलावा बाहर की और भी कंपनिया है जिन्होंने ट्रेडिंग रोक रखी है ।
अमेरिका में 121 कंपनियों ने ट्रेडिंग रोक रखी है जो मार्केट पूंजी का 0.2 फीसदी से भी कम है. इसी तरह से हांगकांग में भी 186 फर्मों ने ट्रेडिंग रोक रखी है. अगर इन शहरों में भी अगर ट्रेडिंग न रोकी जाए तो उन्हें भी न जाने कितनी गिरावट का सामना करना पड़े।