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नई दिल्ली : जहा तक हो सके तंबाकू सेवन को कम कर देना चाहिए, क्योंकि तंबाकू कैंसर से सीधे तौर पर जुड़ा है और केंद्र सरकार का इरादा तंबाकू उत्पादों के पैकेट पर सचित्र चेतावनी के फैसले को आगे बढ़ाना है, ना की तंबाकू को बढ़ावा देना है, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दो सांसदों के दावे का विरोध करते हुए यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने शुक्रवार को लोकसभा में कही नड्डा ने कहा कि उनका मंत्रालय तंबाकू उत्पादों पर चेतावनी वाली बड़ी तस्वीर के लिए संसदीय समिति की सिफारिशों का इंतजार कर रहा है, नड्डा ने कहा कि देश में आयातित होने वाले सिगरेट के पैकेटों पर भी चेतावनी वाली तस्वीर छपी होगी और उसमें भी वही चेतावनी होगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कमेटी ने अंतरिम रिपोर्ट दे दी है और अंतिम रिपोर्ट की प्रतीक्षा हो रही है, इस पर हमारा रुख पूरी तरह स्पष्ट है। हम इसे आगे बढ़ाएंगे, आपको बता दे कि कुछ दिन पहले संसदीय समिति के अध्यक्ष दिलीप गांधी तथा इसके एक सदस्य श्याम चरण गुप्ता ने यह कहकर विवाद को हवा दे दी थी कि भारत के किसी अध्ययन में तंबाकू से कैंसर होने की पुष्टि नहीं हुई है, भाजपा के दोनों सांसदों की इस टिप्पणी पर विपक्ष ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया था, संसदीय समिति द्वारा अंतिम रिपोर्ट सौंपने तक सरकार ने तंबाकू उत्पादों के पैकेटों के 80 फीसदी हिस्से में चेतावनी के सचित्र विज्ञापन छापने का कंपनियों को आदेश देने के अपने फैसले पर रोक लगा दी थी। यह नियम एक अप्रैल से ही प्रभाव में आना था, नड्डा ने कहा कि मंत्रालय धूम्रपान के खिलाफ जागरूकता फैला रहा है और इसके लिए वह स्कूल के बच्चों तक अपनी पहुंच बना रहा है।