श्रीयंत्र अपनाकर करे सारी आर्थिक समस्याओ का समाधान

यदि आप पर आर्थिक रुप की कोई समस्या आती है। तो चिंतित होने की बजाय वास्तु विज्ञान के उन उपायों को आजमाएं जिनसे आपकी आर्थिक समस्या दूर हो सकती है। अनेक प्रकार से आने वाली समस्याओ को दूर भागने के लिय वास्तुविज्ञान को अपनाया जा सकता है, वास्तुविज्ञान में श्रीयंत्र को शुभफलदायी बताया गया है, जो की देवी लक्ष्मी का यंत्र है। इस यंत्र को घर में स्थापित करने से नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं और नौकरी एवं व्यवसाय में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं। श्रीयंत्र अगर पारद का हो तब यह और अधिक प्रभावशाली होता है, साथ ही धन वैभव संबंधी समस्याओं को भी दूर करने के लिए एवं घर की उन्नति के लिए शुक्लपक्ष में किसी भी शुक्रवार को या फिर दीपावली की रात पारद श्रीयंत्र को पूजा स्थान में स्थापित करके नियमित इसकी पूजा करें।

शाख की महत्वता को भी इसमें अच्छे से बताया गया है, शंख को वास्तु विज्ञान के अलावा शास्त्रों में भी सुख और वैभव प्रदान करने वाला बताया गया है, पारद शंख का अपना एक अलग ही महत्व है. गौरतलब है की पारद शंख को कुबेर का प्रतीक मानते है. जिन घरों में पारद का शंख होता है उस घर में कुबेर की कृपा बरसती रहती है. जो की वास्तु दोष दूर करके धन वृद्घि का कार्य करता है। मकान या कोई भी दफ्तर तैयार करते समय अनेको उपाय कर लें उसमें कुछ न कुछ वास्तु दोष रह ही जाता है।

वास्तुदोष की वजह से आकाशीय उर्जा प्रभावित होती है जिससे स्वास्थ्य एवं आर्थिक स्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। वास्तु विज्ञान के मुताबिक घर में पारद का पिरामिड रखने से जाने-अनजाने जो भी दोष होते हैं वह दूर हो जाते हैं और धन एवं स्वास्थ्य संबंधी अनेक तरह की समस्याओं में लाभ प्राप्त होता है। यह सभी जानते है की लक्ष्मी और गणेश को शुभ लाभ प्रदान करने मन गया है। ऐसा मानते है कि घर में शिवलिंग नहीं रखना चाहिए. शिवलिंग के रखने से धन, स्वास्थ्य एवं कई दूसरी तरह की परेशानी आती है। लेकिन एक शिवलिंग है जिसे आप घर में रखें तो धन भी बढ़ेगा और उन्नति भी होगी यह शिवलिंग है पारद का शिवलिंग।

देवी लक्ष्मी के चरण की पूजा धन वृद्घि कारक मानी जाती है। इसलिए लोग अपने घर में लक्ष्मी के चरण रखते हैं. लेकिन दूसरे प्रकार चरण की बजाय पारद के चरण की पूजा की जाय तो यह अधिक फलदायी मानी जाती है. माना जाता है कि इससे स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। वास्तु विज्ञान के अनुसार हनुमान जी की पारद की मूर्ति घर में रखने से शारीरिक एवं मानसिक परेशानियों के अलावा ऊपरी चक्कर से मुक्ति मिलती है। इससे शनि एवं राहु के प्रतिकूल प्रभाव में कमी आती है। नियमित इसकी पूजा से मनोवांधित फल की प्राप्ति होगी।

लाल किताब में पारद की गोली को केतु के प्रतिकूल प्रभाव से रक्षा करने वाला बताया गया है। पारद की एक छोटी से गोली हमेशा अपने पास रखें। इससे बुरी नजर एवं जादू टोने के प्रभाव से बचाव होता है। यह आकस्मिक घटनाओं एवं दुर्घटनाओं से भी रक्षा करने में कारगर माना गया है। छात्रों और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को अपने घर में सरस्वती की पारद मूर्ति रखनी चाहिए। कला जगत से जुड़े लोगों के लिए भी देवी सरस्वती की पारद मूर्ति लाभप्रद होती है। यह बौद्घिक एवं स्मरण क्षमता को बढ़ाने के साथ कला को निखारने में भी कारगर मानी जाती है।

मां दुर्गा सभी प्रकार के भय को दूर करने वाली मानी जाती है। देवी दुर्गा की पारद मूर्ति घर में रखने से भूमि संबंधी परेशानियों से मुक्ति मिलती है। व्यक्ति संपत्तिवान और सुखी होता है. जिनके घर में देवी की पारद मूर्ति होती है उनके घर में चोरी और ऊपरी चक्कर का भय नहीं रहता। पंचमुखी हनुमान को बड़ा ही चमत्कारी माना जाता है। तंत्र, मंत्र, सिद्घियों के लिए हनुमान जी के इस रुप की आराधाना की जाती है। वास्तुविज्ञान के अनुसार पारद के बने पंचमुखी हनुमान की मूर्ति जिस घर में होती है वहां आकस्मिक घटनाएं नहीं होती हैं. उन्नति के मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं, धन संपत्ति में वृद्घि होती है।

कुमार कार्तिकेय मंगल ग्रह के स्वामी हैं। इनकी पारद की मूर्ति घर में रखने से मांगलिक दोष से प्रभावित व्यक्तियों को लाभ मिलता है। कोर्ट कचहरी के मामले में एवं जमीन जायदाद के विवादों में भी कार्तिकेय की पारद मूर्ति अनुकूल फलदायी होती है। धन संपत्ति में वृद्घि के लिए आप अपने घर में देवी लक्ष्मी की पारद चौकी रख सकते हैं। पारद लक्ष्मी चौकी पर श्रीयंत्र की पूजा करने से देवी लक्ष्मी की कृपा से घर में हमेशा धन धान्य भरा रहता है।

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