![देश मे 40 फीसद से अधिक शहरी पुरुषों मे खून की कमी](https://media.newstracklive.com/uploads/taja-khabar/news-track-special/Aug/16/big_thumb/labcorp_blood_test_lost_55cfcfcd5e6ee.gif)
देश मे 45 वर्ष की आयु के 40 फीसदी से अधिक शहरी पुरुषों में खून की कमी (एनीमिया) हो सकती है। नए अध्ययन मे बताया गया है कि पौष्टिकता की कमी, पर्यावरणीय विषक्ता और आंत के रोगो के कारण बड़े पैमाने पर पुरुषों मे हीमोग्लोबीन की कमी आ रही है। एसआरएल डायग्नोस्टिक द्वारा कराए गए इस सर्वेक्षण मे वर्ष 2012-14 के दौरान 30 लाख पुरुषो का आकलन किया गया था।
नतीजो के आधार पर पता चला की इनमे से 43.5 प्रतिशत पुरुष हीमोग्लोबिन की कमी से जूझ रहे थे। फोर्टिस एसआरएल लेब्स की निदेशक लीना चटर्जी के अनुसार, लोगो के बीच एनीमिया के कारणो, लक्षणो, उपचार और जाँच के महत्व को समझने की बहुत जरूरत है। पहले एनीमिया की चपेट मे अधिकतर बच्चे व गर्भवती महिलाए आती थी। लेकिन इस आध्ययन से पता चला है की पुरुष भी इससे पीड़ित हो सकते है।
गौरतलब है की विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार विकासशील देशो मे सबसे अधिक एनीमिया के मामले देखने को मिल रहे है। आंकड़ो के अनुसार देश के पूर्वी हिस्सो मे पुरुषो मे यह समस्या सबसे अधिक 42.4 फीसद देखी गई है, जबकि उत्तर व पश्चिमी हिस्सो मे यह आंकड़ा क्रमशः 48.6 और 39.3 फीसद है। दक्षिण भारत मे ऐसे मामले सबसे कम यानि 27 फीसद ही देखने को मिले है ।