बैतूल: एक दंपति अपने बीमार बेटे के इलाज के लिए दर - दर भटकते रहे मगर किसी भी डाॅक्टर ने उसका उपचार नहीं किया। अंत में बच्चे को अंतिम समय में उसकी मा की गोद में राहत मिली और दो घंटे तक तड़पते रहे बच्चे ने मां की गोद में ही दम तोड़ दिया। बैतूल के एक दंपति के साथ बीते वायके के दौरान हालात ये रहे कि जिला चिकित्सालय में बड़े पैमाने पर चिकित्सक उपस्थित थे।
मगर सभी दंपति को यहां से वहां जाने के लिए कह रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार ढाकना के मनोहर वाड़ीवा के 9 माह के पुत्र ओम को कुछ दिनों से बुखार आ रहा था।
दरअसल मनोहर व उसकी पत्नी चंदरू बाई बच्चे को लेकर प्रातः 11.20 बजे चिकित्सालय ले गई दंपति यहां वहां चक्कर लगाते रहे मगर उनकी किसी ने सुनी नहीं। दरअसल मनोहर ने लाइन में खड़े होकर 11.41 बजे पर्ची बनवाई।
ऐसे में चिकित्सक के इंतजार में वे यहां वहां तलाश करते रहे और भटकत रहे। मगर दो घंटे तक उन्हें चिकित्सक ही नहीं मिला। यदि उन्हें समय पर चिकित्सक मिल जाते तो शायद बच्चे की जान बच जाती।