ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार अपनी राशी के अनुरूप बनाए इस होली को और भी रंगीन
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार अपनी राशी के अनुरूप बनाए इस होली को और भी रंगीन
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सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में पूर्ण हर्षोउल्लाष के साथ रंगों का त्यौहार यानि कि होली का इन्तजार हो रहा है यह  फाल्गुन मास के अंत में गौर पूर्णिमा का दिन होलिका दहन के रूप में मनाया जाता है और इसके अगले दिन धुलेंडी के रूप में बड़ी धूम धाम से ख़ुशी के रंगों में रंगकर यह त्यौहार मनाया जाता है 

क्या आप इस त्यौहार को अपने लिए और भी खुशी वाला और भी ज्यादा शुभ  मनाना चाहते है है तो इस होली को मनाइये अपने ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जी हाँ हमारे हिन्दू धर्म में होली के त्यौहार को ज्योतिष शास्त्रों में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है तो जानिये ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार आपके लिए यह होली कैसे और भी रंगीन बनेगी इस होली पर अपनी राशी के अनुसार करे रंगों का उपयोग।

मेष एवं वृश्चिक राशि - मेष एवं वृश्चिक राशि पर मंगलदेव का प्रभुत्व स्थापित है। मंगलदेव लाल रंग का प्रतिनिधित्व करते हैं। मंगवलार के दिन लाल रंग की वस्तुओं का दान करने से मंगल देव शुभ प्रभाव देते हैं। होली के दिन मेष व वृश्चिक राशि के जातको को लाल रंग यानि गुलाल से होली खेलने से सत्कार के साथ-साथ प्रतिष्ठा की भी प्राप्ति होगी। इसके अतिरिक्त गुस्से पर कंट्रोल रहेगा। जमीन संबंधित मामलों में लाभ प्राप्त होगा, कर्ज का अंत होगा। कुंवारे युवक-युवतियों की शादी में आ रहे अवरोध समाप्त होंगे।

वृषभ एवं तुला राशि - वृषभ एवं तुला राशि पर शुक्र देव का प्रभुत्व स्थापित है। नवग्रहों में शुक्र देव को  तड़क-भड़क वाला उज्ज्वल ग्रह माना जाता है। शुक्र देव सफेद रंग का प्रतिनिधित्व करते हैं। होली के दिन वृषभ एवं तुला राशि के जातको को सफेद रंग के कपड़े धारण करके पीले और आसमानी रंग से होली खेलनी चाहिए। ऐसा करने से ठाट-बाट बढ़ते हैं। विलास साधनों में बढ़ौतरी होगी। 

मिथुन एवं कन्या राशि - मिथुन एवं कन्या राशि पर बुध देव का प्रभुत्व स्थापित है। मनुष्य के ज्ञान, बुद्धि और बोली पर बुध का वर्चस्व स्थापित है। बुध देव हरे रंग का प्रतिनिधित्व करते हैं। होली के दिन सुबह सर्वप्रथम गाय को हरा चारा खिलाएं फिर हरे रंग से होली खेलना आरंभ करें। कारोबार में दिन दुगुनी रात चौगुनी तरक्की मिलेगी।
 
 कर्क राशि - कर्क राशि पर चंद्रमा का प्रभुत्व स्थापित है। चंद्रमा धन और मन का कारक ग्रह है। यह सफेद रंग का प्रतिनिधित्व करता है। होली के दिन सुबह सर्वप्रथम सफेद आक के पुष्प भोले शंकर को अर्पित करने के बाद पीले, केसरिया अथवा हरे रंग से होली खेलना आरंभ करें। इससे असीम शांति, धन और सुख की प्राप्ति होगी। 
 
 सिंह राशि - सिंह राशि पर सूर्य का प्रभुत्व स्थापित है। समस्त ग्रह सूर्य के ही ईर्द-गिर्द घुमते हैं। लाल, पीला, महरुन एवं नारंगी सूर्य का प्रतिनिधित्व करते हैं। होली के दिन सुबह सर्वप्रथम एक लोटा जल लेकर उसमें गुलाब के फूल डाल कर सूर्य देव को अर्घ्य दें फिर लाल रंग से होली खेलें। इससे आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। बुद्धि कुशाग्र होगी। सफलता के शिखर छूएंगे।
 
 धनु एवं मीन राशि - धनु एवं मीन राशि पर गुरु का प्रभुत्व स्थापित है। गुरु धन, पुत्र और विद्या के प्रदाता ग्रह है। धनु एवं मीन राशि के जातको को होली के दिन सुबह सर्वप्रथम भोलेनाथ को पीली हल्दी की गांठें अर्पित करें, भिक्षुक को भोजन करवाएं तत्पश्चात पीले रंग से होली खेलें। ऐसा करने से दौलत और शौहरत आपके कदम चुमेगी।
 
 मकर एवं कुंभ राशि - मकर एवं कुंभ राशि पर शनिदेव का प्रभुत्व स्थापित है। नीला रंग शनि का प्रिय है। शनि धर्म-कर्म करने वाले व्यक्ति पर सदैव अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं। होली खेलने के लिए नीले, सफेद, काले और भुरे रंग का प्रयोग करें।

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