किसी भी काम को न तो जल्दबाजी में कीजिए और न किसी काम को बाद के लिए टालिए. दुःख और मुश्किलें जीवन का एक हिस्सा है, इनका सामना करना सीखिए. ये जीवन भर आती-जाती रहेंगीं. हर चीज की सीमा होती है, मर्यादा होती है. सीमा पार करने के बाद और मर्यादा टूटने के बाद अच्छी चीजें भी नुकसान पहुंचाना शुरू कर देती है.
जिस किसी भी काम को कीजिए पूरी ताकत से कीजिए और किसी भी काम को या तो दिल से कीजिए या फिर उस काम को करने का बीड़ा हीं मत उठाइए. अपनी योजना कभी पहले से किसी को मत बताइए. आपके सोच की झलक आपके व्यक्तित्व से दिख जाती है. इसलिए अपनी सोच के प्रति सचेत रहिए और समय-समय अपनी कमियों को दूर करते रहिए. खुद को वैसे हीं स्वीकार कीजिए जैसे आप हैं और कभी भी अपने बारे में नकारात्मक मत सोचिये. वैसा मजाक किसी के साथ मत कीजिए जैसा मजाक आप सहन नहीं कर सकते हैं.