लखनऊ : उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने दलितों की पिटाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दलित पिटाई को लेकर किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रहे। दलितों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कानून बनाना चाहिए मगर वे तो इस पर स्वयं ही बोल रहे हैं।
जब भी वे बोलते हैं तो इस तरह के मामले और तनावपूर्ण हो जाते हैं और जब नहीं बोलते हैं तो बहुत देर हो जाती है यदि वे दो वर्ष पहले ही दलित पिटाई और हिंसा के मामले में बोलते तो शायद इस तरह के मामले नहीं बढ़ते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं दलितों को मत मारिए। उन्हें पीटने की बजाय मुझे मारिये। यह राजनीतिक तौर पर एक नाटकीयता लगती है। वे भावुकता दिखाकर अपनी लोकप्रियता को बढ़ाना चाहते हैं।
पूर्वमुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि दो वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह के अत्याचारों के विरूद्ध बोलने और दोषियों को सजा दिलवाने से इस तरह की हालत नहीं बिगड़ती। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से बात कही कि जो गो संरक्षण की बात कर हिंसा फैला रहे हैं वे असली गोरक्षक नहीं हैं आखिर गुजरात में जिन लोगों ने दलितों की पिटाई की वे असली गोरक्षक थे या फिर नकली गोरक्षक थे।