इस व्यक्ति की मौत के बाद शुरू हुआ था हेलमेट पहनने का चलन

आज के समय में हेलमेट हम सभी के लिए बहुत जरुरी हो चूका हैं. बिना हेलमेट के जाना यानी जान का खतरा ऊपर से चालान का अलग. ऐसे में आजकल हेलमेट पहनना सबसे ज्यादा जरुरी माना गया है. हेलमेट पहनते तो सभी हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ये हेलमेट आया कहाँ से इसकी कहानी क्या हैं...? अगर सोचा है लेकिन आपको जवाब नहीं पता तो आइए आज हम बताते हैं इसका जवाब. दरअसल में पहले के समय में लोग युद्ध में बचने के लिए एक लोहे का टोपा पहना करते थे, लेकिन वह केवल युद्ध से बचने के लिए होता था. पहले घोड़ा, हठी से सवारी की जाती थी ना कि बाइक से. पहले के समय में एक व्यक्ति था जिसका नाम था थॉमस एडवर्ड लॉरेंस. आज के समय में लोग इन्हे टी. ई. लॉरेंस के नाम से पुकारते हैं.

इनका जन्म 16 अगस्त 1888 में हुआ था और यह बहुत अमीर थे. टी. ई. लॉरेंस कि मृत्यु मात्र 46 साल की उम्र में हो गई. टी. ई. लॉरेंस एक सैन्य अधिकारी और लेखक थे. पहले विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. टी. ई. लॉरेंस बाइक के बहुत शौकीन थे इस वजह से उस समय की सबसे महंगी बाइक उनके पास थी. एक बार बाइक से वह कही जा रहे थे और रास्ते में बच्चे को बचते हुए वह सर के बल गड्ढे में जा गिरे और करीब 6 दिन तक अस्पताल में रहने के बाद उनकी मौत हो गई. एक न्यूरो सर्जन टी. ई. लॉरेंस को बहुत पसंद करते थे इस वजह से उन्होंने उनके सर में चोट लगकर मरने की वजह से उससे बचने के लिए गहरा अध्ययन किया और उसके बाद खोज हुई हेलमेट की जो आज के समय में सभी के द्वारा पहना जाता है.

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