विश्व की दूसरी सबसे बड़ी टावर कंपनी बनेगी Bharti Infratel और Indus Towers

दूरसंचार विभाग ने टेलीकॉम टावर कंपनियों Bharti Infratel और Indus Towers के विलय को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा यह संकटग्रस्त Vodafone Idea के लिए राहत भरी खबर है। वहीं प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में वृद्धि से जुड़ा दूरसंचार विभाग का यह फैसला दोनों टावर कंपनियों के विलय के लिहाज से महत्वपूर्ण है। इसके अलावा इससे वोडाफोन आइडिया को टावर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने में मदद मिल सकती है । एक मिडिया रिपोर्टर  के सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इंडस-इन्फ्राटेल के विलय के लिहाज से महत्वपूर्ण एफडीआई में वृद्धि पर अंतिम फैसला हो गया है। वहीं यह वोडाफोन आइडिया के लिए काफी ज्यादा सकारात्मक खबर है।   

इसके अलावा Indus Towers में वोडाफोन आइडिया की हिस्सेदारी 11.15% है। इन दोनों टावर के विलय के बाद कंपनी की योजना अपनी हिस्सेदारी बेचने पर है। वहीं इससे वोडाफोन आइडिया करीब 4,500 करोड़ रुपये जुटाएगी। Vodafone Idea के लिए फंड जुटाना बहुत अहम था।इसके साथ ही उस पर एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) के रूप में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारी है। फिलहाल , कंपनी ने पिछले सप्ताह दूरसंचार विभाग को 3,500 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। Vodafone Idea के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के शीर्ष सरकारी अधिकारियों से सिलसिलेवार बैठकों के बाद यह मंजूरी मिली है। 

वहीं बिड़ला ने मंगलवार को दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश और बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की थी। इसके अलावा टावर कंपनियों ने अप्रैल, 2018 में विलय की घोषणा की थी परन्तु दूरसंचार विभाग की मंजूरी का इंतजार कर रहे थे। Bharti Infratel और Indus Towers के विलय से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी टावर कंपनी का गठन हो सकता है । वहीं नई कंपनियों के पास 1,63,000 से अधिक टावर होंगे। टावर की संख्या के मामले में यह चाइना टावर से ही पीछे होगी। 

कैश से भरा बैग छीनने के बाद बदमाशों ने मारी युवक को गोली

अगर आपके घर में है बिटिया, तो सरकार दे रही 6 लाख रुपए, इस तरह करें आवेदन

महाशिवरात्रि के अवसर पर बंद है शेयर बाजार, अब सीधे सोमवार को होगा कारोबार

Related News