क्यों इलेक्ट्रिक कारें और टू-व्हीलर्स की खरीदी को लेकर ग्राहकों में है बेरुखी ?

भारत में इलेक्ट्रिक कारें सड़कों पर इस साल के अंत से दिखाई देने लगेंगी, वहीं 2020 में लगभग सभी कार कंपनियां अपनी कारों के इलेक्ट्रिक मॉडल लांच कर देंगी. हालांकि परंपरागत पेट्रोल-डीजल मॉडल्स की तुलना में इलेक्ट्रिक कारें अपेक्षाकृत महंगी होंगी. वहीं सरकार की योजना है कि साल 2030 तक देश की सड़कों पर केवल इलेक्ट्रिक कारें ही दिखाई दें. इसके लिए सरकार ने ई-कारों पर सब्सिडी को बढ़ाने देने के लिए फेम-2 योजना का दूसरा चरण भी शुरू कर दिया है. वहीं हाल ही में जारी 2030 तक केवल 6 प्रतिशत ही इलेक्ट्रिक वाहन एक रिपोर्ट के मुताबिक बिकने मे कामयाब हुए है.

suzuki gixxers f250 का लेटेस्ट फोटो आया सामने, ये होगी लॉन्च डेट

यह सवाल कुछ ऐसा ही है, मुर्गी पहले आई या अंडा,.कंपनियों की सोच है कि पहले इलेक्ट्रिक कार लांच की जाएं और उसके बाद उसी औसत से चार्जिंग नेटवर्क बनाए जाएं. हालांकि सरकार की पूरी कोशिश है कि पूरे देश में चार्जिंग नेटवर्क का जाल जल्द से जल्द बिछाया जाए. वहीं दूसरी तरफ एक दिक्कत गाड़ियों में आ रहे अलग-अलग तरह के चार्जस, वोल्टेज, नेटवर्क्स और प्लग्स की है. हर चार्जिंग स्टेशन को 3 प्रकार के फास्ट चार्जिंग प्लग चाहिए- कंबाइंड चार्जिंग सिस्टम, ChadeMo  प्लग और टाइप 2 एसी फास्ट चार्जर. तभी ग्राहकों मे कार की खरीदी के प्रति ​रूचि दिखाई देगी.

क्या फ्यूल इंजेक्शन बढ़ाता है गाड़ियों का माइलेज

लीथियम-ऑयन बैटरी को वक्त के साथ बेहतर बनाया जा रहा है, जिससे वाहनों की रेंज में बढ़ोतरी हो रही है. लेकिन भारत में रेंज बड़ी समस्या है. महिन्द्रा ई-वेरिटो और टाटा टिगोर इलेक्ट्रिक सेडान की रेंज 80 किमी से 130 किमी तक है. वहीं ई-स्कूटर्स ओकिनावा i-Praise का दावा है कि वह सिंगल चार्ज में 150 किमी की दूरी तय कर सकता है. हालांकि यह रेंज शहरों तक तो ठीक है, लेकिन हाईवे पर इस रेंज के साथ संभव नहीं है. वहीं थ्री-व्हीलर्स की रेंज 80 किमी तक इलेक्ट्रिक ही है.

Honda CBR650R है शानदार, भारत में डिलीवरी शुरू

प्राप्त जानकारी के अनुसार टू-व्हीलर्स और थ्री व्हीलर्स की संख्या में इलेक्ट्रिक कारों के मुकाबले बढ़ोतरी हो रही है, और 2108-19 में दोनों सेगमेंट की साढ़े 7 लाख यूनिट्स की बिक्री हुई. वहीं अगर डबल बैटरी सिस्टम को बढ़ावा दिया जाता है, तो बिक्री में बढ़ोतरी हो सकती है. जिस हिसाब से टू-व्हीलर्स की सेल बढ़ रही है, उसे लगता है कि आगे इसमें और बढ़ोतरी होगी, क्योंकि लोग शॉर्ट रेंज के लिए इनका रुख कर सकते हैं. वहीं कारों के लिए बड़े इनवेस्टमेंट की जरूरत होती है, तो संभव है कि पर्सनल यूज के लिए कारों की कम बिक्री हो, शेयर्ड मोबिलिटी और कमर्शियल में लेकिन बढ़ोतरी होगी.

KTM RC125 जल्द होगी लॉन्च, R15 V3 से है मुकाबला

ये स्कूटर्स 125cc सेगमेंट में दमदार फीचर से है लैस

Hero Pleasure Plus 110 से Honda Cliq कितनी है अलग, ये है तुलना          

Related News