हिटलर के यातना गृह में दी जाती थी ऐसी सजाएं कि सुनकर काँप जाएगी रूह

आप सभी जानते ही होंगे इतिहास में सबसे क्रूर व्यक्ति अगर कोई था तो वह था हिटलर। हिटलर का जन्म 20 अप्रैल 1889 में हुआ था और कुछ लोग हिटलर को एक निर्दयी व्यक्ति के रूप में जानते हैं। इसी के साथ कई लोग हैं जो उन्हें एक राष्ट्रवादी नेता मानते हैं। वैसे आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे हिटलर के आदेश पर लाखों लोगों को निर्दयतापूर्वक मार दिया गया था। वैसे हिटलर शुद्ध रूप से शाकाहारी था और उसी ने पशु क्रूरता के खिलाफ एक कानून भी बनाया था। वह पशुओं को नहीं मारता था लेकिन इंसानों को उनकी गलती के लिए मारा जाता था।

कहते हैं हिटलर ने यहूदियों से नफरत करने के चलते लाखो यहूदियों को मरवा दिया था। ऐसा माना जाता है कि उनकी ही वजह से महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन जर्मनी छोड़कर अमेरिका चले गए थे क्योकि वह यहूदी समुदाय थे। हिटलर ने एक यातना गृह बनाया था और यहूदियों को उसी में ले जाया जाता था और खूब यातनाएं दी जाती थीं। उस दौरान हजारो लोगो को एक बहुत ही छोटे से कमरे में ठूँसकर भरा जाता था और उसके बाद गेट बंद कर दिया जाता था। बाद में कमरे में जहरीली गैस छोड़ दी जाती थी और सभी तड़पते रहते थे। लोगों की मौत दम घुटने के कारण होती थीं।

इसके अलावा ऐसा भी कहा जाता है कि जो लोग हिटलर के खिलाफ बगावत करते थे उनके अंडकोषों को एक विशेष प्रकार के लोहे के यंत्र द्वारा दबाया जाता था और उन्हें मार दिया जाता था। इसी के साथ हिटलर यह भी मानता था कि मानसिक रूप से कमजोर और विकलांग व्यक्ति अपनी जैसी ही सन्तानों को जन्म देते है इस वजह से वह ऐसे लोगों को मरवा देता था। इस तरह बहुत सी बातें हैं जो हिटलर के बारे में मशहूर हैं।

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