कोरोना : बच्चों की पढ़ाई का नुकसान बचाने के लिए सरकार ने किया ऐसा काम

भारत की अर्थव्यवस्था को लॉकडाउन ने बहुत प्रभावित किया है. इस वायरस की वजह से सबसे अधिक नुकसान छात्रों को उठाना पड़ा है. वही, छात्रों की पढ़ाई पर कोई आंच न आए, इसके लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय पूरी ताकत से जुटा हुआ है. इसके तहत सभी राज्यों को उनकी भाषा में ही अध्ययन सामाग्री उपलब्ध कराई जा रही है. साथ ही यह कितने छात्रों तक पहुंच गई है, इसकी भी हर दिन जानकारी ली जा रही है. इसके साथ ही मंत्रालय ने छात्रों के वेलफेयर से जुड़ी गतिविधियों को भी जारी रखने के निर्देश दिए है.

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मंत्रालय इस समय छात्रों को घर बैठ कर ही आनलाइन, मोबाइल व टीवी आदि माध्यमों से पढ़ाई कराने में जुटी हुई है. इनमें स्कूल से लेकर उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा से जुड़े सभी छात्रों शामिल है. इस बीच मंत्रालय ने इस पूरी व्यवस्था को ठीक तरीके से संचालित करने के लिए मंत्रालय के स्तर पर आला अधिकारियों की भी तैनाती की है.

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इसके अलावा एनआईओएस सहित स्कूलों से जुड़ी सारी आनलाइन पढ़ाई का जिम्मा मंत्रालय के संयुक्त सचिव आर सी मीणा को सौंपा गया है, जबकि केंद्रीय विश्वविद्यालय व आईआईटी आदि में छात्रों की घर बैठे पढ़ाई करने का जिम्मा अतिरिक्त सचिव राकेश सरवाल को दिया गया है. इसके साथ ही छात्रों के वेलफेयर से जुड़ी गतिविधियों को ठीक तरीके से संचालित रखने के लिए भी मंत्रालय ने दो वरिष्ठ अधिकारियों को काम पर लगाया गया है. वही, संयुक्त सचिव चंद्र शेखर को उच्च शिक्षा संस्थानों का जिम्मा दिया गया है, जबकि नवोदय विद्यालयों आदि की जिम्मा कमिश्नर नवोदय विद्यालय संगठन बी के सिंह को दिया गया है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसके साथ ही सीबीएसई, एनसीईआरटी, एनसीटीई और एनआईओएस जैसी शैक्षणिक संस्थानों को अपने स्थानीय कार्यालयों के जरिए राज्यों और छात्रों से संपर्क में रहने को कहा है.

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