सपा कार्यालय में ओपी राजभर को नो एंट्री, कुछ महीनों पहले तक था गठबंधन

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) से गठबंधन टूटने के बाद से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर अक्सर भाजपा की प्रशंसा करते दिखाई देते हैं। सपा के साथ गठबंधन करने से पहले राजभर भाजपा के साथ थे। सपा से अलग होने के बाद कई बार राजभर सपा को लेकर टिप्पणी करते दिखाई दिए हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उनसे सवाल पुछा गया कि वे जिस पार्टी के साथ होते हैं उसकी बुराई करते हैं। इस पर ओपी राजभर ने कहा कि मैं सच कहता हूं।

दरअसल, पत्रकार ने जब उनसे पुछा कि आप बसपा से नेता बने, चुनाव लड़े भाजपा के साथ आ गए, तो बसपा की बुराई की। फिर भाजपा से आप मंत्री बने, तो अपनी सरकार को ही अपशब्द कहने लगे। फिर वहां से हटकर सपा में गए, तो उन्हें भी भला-बुरा कहने लगे। इसके जवाब में राजभर ने कहा कि, 'सच कहना यदि बगावत है, तो समझो हम बागी हैं। यदि आप किसी के साथ खेती करें, तो हिस्सा लेने के लिए विवाद नहीं करेंगे? तो ये चीजें स्वाभिवक हैं, यही दुर्गती है। नेता जो अपने समाज का नेतृत्व करते हैं, वो यदि अपने हक के लिए अपने दल के भीतर लड़ते, तो ये दुर्गती नहीं होती। नेता चुनकर आते हैं।'

बता दें कि कुछ दिन पहले लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी दफ्तर पर पोस्टर लगाया गया था, जिसमें ओपी राजभर का सपा कार्यालय में प्रवेश निषेध लिखा गया था। इस पर ओपी राजभर के पुत्र अरुण राजभर ने कहा था कि सपा गुंडों की पार्टी है, उनके कार्यालय में जाना ही कौन चाहता है।

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