रमज़ान में ज्यादा इबादत करें, ताकि ईद से पहले कोरोना ख़त्म हो जाए - पीएम मोदी

नई दिल्‍ली:  कोरोना वायरस के चलते लागू किए गए लॉकडाउन 2।0 के बाद पहली बार आयोजित 'मन की बात' कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि आज अक्षय तृतीया का पर्व है। इस अवसर पर हमें अपनी धरती को अक्षय बनाने का संकल्प लेना चाहिए। पीएम मोदी ने रमजान माह का उल्लेख करते हुए कहा कि गत वर्ष रमजान मनाते हुए किसने सोचा था कि अगले साल रमजान के पवित्र महीने के दौरान हम कोरोना जैसी आपदा से जूझ रहे होंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी को लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना है। पीएम ने कहा कि रमजान में ज्यादा इबादत करें ताकि ईद से पहले कोरोना समाप्त हो जाए और हम ईद का त्योहार खुशी-खुशी मना सकें। पीएम मोदी ने आगे कहा कि ''संकट की इस घड़ी में, दुनिया के लिए भी, समृद्ध देशों के लिए भी, दवाईयों का संकट बहुत ज्यादा रहा है। अगर भारत दुनिया को दवाईयां न भी दे तो कोई भारत को दोषी नहीं मानता। लेकिन भारत ने प्रकृति, विकृति की सोच से परे होकर फैसला लिया। भारत ने अपने संस्कृति के अनुरूप फैसला लिया।''

उन्होंने कहा कि हमने विश्व के हर जरूरतमंद तक दवाइयों को पहुंचाने का बीड़ा उठाया और मानवता के इस काम को करके दिखाया। आज जब मेरी अनेक देशों के राष्ट्रध्यक्षों से बात होती है तो वो भारत की जनता का आभार जरूर व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से बदलते हुए हालत में मास्क भी हमारे जीवन का हिस्सा बन रहा है।वैसे हमें इसकी आदत कभी नहीं रही कि हमारे आस-पास के बहुत सारे लोग मास्क में दिखें, लेकिन अब हो यही रहा है। इसका ये मतलब नहीं है कि जो मास्क लागाते हैं वे सभी बीमार हैं।

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