नई दिल्ली: भारत में संस्कृत के एकमात्र दैनिक समाचार पत्र ‘सुधर्मा’ का संचालन करने वाले उसके संपादक केवी संपत कुमार का आज (जून 30, 2021) दिल का दौरा पड़ने से देहांत हो गया है। तमाम कठिनाइयों के बाद भी संस्कृत में अखबार निकालने और उसे लोकप्रिय करने में योगदान देने के लिए संपत कुमार और उनकी पत्नी विदुषी के एस जयलक्ष्मी को साल 2020 में पद्मश्री से नवाज़ा गया था। Shri K.V. Sampath Kumar Ji was an inspiring personality, who worked tirelessly towards preserving and popularising Sanskrit, specially among youngsters. His passion and determination were inspiring. Saddened by his demise. Condolences to his family and admirers. Om Shanti. — Narendra Modi (@narendramodi) June 30, 2021 उनके निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को ट्वीट करते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, “केवी संपत कुमार जी एक प्रेरक व्यक्तित्व थे, जिन्होंने विशेष रूप से युवाओं के बीच संस्कृत को संरक्षित और लोकप्रिय बनाने के लिए अथक कोशिशें की। उनका जुनून और दृढ़ संकल्प प्रेरणादायक था। उनके निधन से दुखी हूँ। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूँ। ओम शांति।” केवी संपत्कुमारवर्यस्य जीवनं संस्कृतभाषाया: संरक्षण-संवर्धनयो: कृते समर्पितमासीत्।संस्कृतभाषाया: भाष्यमाणस्वरूपस्य प्रतिष्ठापनाय विहितं तदीययोगदानं न कदापि विस्मारयितुं शक्यते। तस्य निधनं संस्कृत-पत्रकारिताजगते अपूरणीया क्षति: वर्तते। प्रभु: दिवङ्गतात्मने सद्गतिं प्रदद्यात्। — Amit Shah (@AmitShah) June 30, 2021 वहीं, केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने हिंदी और संस्कृत भाषा में ट्वीट करते हुए केवी संपत के देहांत पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि, ”केवी संपत कुमार जी का जीवन संस्कृत भाषा के संरक्षण व संवर्धन के प्रति समर्पित रहा। संस्कृत भाषा को आम बोलचाल का हिस्सा बनाने में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनका निधन संस्कृत व पत्रकारिता जगत के लिए बड़ी क्षति है। प्रभु दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें। ॐ शांति।” आमजन पर महंगाई की मार! दूध के बाद बढ़ी LPG रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें, जानिए नया दाम मंदिरा बेदी के दुःख में शामिल होने पहुंची बेस्ट फ्रेंड मौनी रॉय भाजपा के पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी का हुआ निधन, बड़े नेताओं ने जताया दुःख