बाबा महाकाल के दर्शन से की लोगों ने नए साल की शुरुआत, दर्शन को उमड़ी भारी भीड़

उज्जैन: नववर्ष के पहले दिन की शुरुआत लोग अपने-अपने अंदाज में करते हैं। ऐसे में हजारों की संख्या में भक्त अपने नववर्ष की शुरुआत देवालयों में देव आराधना से भी करते हैं। इसी को लेकर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक मध्य प्रदेश के उज्जैन में मौजूद महाकालेश्वर मंदिर (Mahakal Mandir) में बड़े आँकड़े में भक्त पहुंचे। नववर्ष के पहले दिन रविवार को महाकाल मंदिर में बाबा की भस्मारती की गई। इस भस्मारती में सम्मिलित होने के लिए कई प्रदेशों से लोग महाकाल मंदिर पहुंचे।

रविवार प्रातः 4 बजे बाबा महाकालेश्वर मंदिर के पट खोले गए। जिसके पश्चात् पंडे-पुजारियों ने बाबा महाकाल का गर्म जल से अभिषेक पूजन किया। तत्पश्चात, जिसके बाद दूध, दही, पंचामृत, द्रव्य प्रदार्थ, फलों के रस और भांग से बाबा महाकाल का अभिषेक किया गया। फिर बाबा का आकर्षक श्रृंगार किया गया। पुजारीयों ने विधि-विधान से भस्म आरती की। आखिर में भगवान महाकाल की ढोल-नगाडों से श्रंगार आरती की गई। 

उज्जैन में श्री महाकाल लोक के निर्माण के बाद बड़ी संख्या में दूर-दूर से भक्त यहां आ रहे हैं जिसके चलते प्रत्येक साल की तुलना में इस वर्ष भक्तों की दोगुनी भीड़ दिखाई दी। श्रद्धालुओं की भारी आँकड़े को देखते हुए महाकाल मंदिर में विशेष दर्शन व्यवस्था भी की गई है। वर्ष 2022 में 11 अक्टूबर को महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया था। उज्जैन में बन रहा कॉरिडोर काशी विश्वनाथ मंदिर से आकार में लगभग 4 गुना बड़ा है। अभी महाकाल कॉरिडोर के पहले फेज का उद्घाटन किया है, जिसकी लागत 350 करोड़ रुपये है। दूसरे फेज की लागत 450 करोड़ रुपये होगी। महाकाल कॉरिडोर में शिव तांडव स्त्रोत, शिव विवाह, महाकालेश्वर वाटिका, महाकालेश्वर मार्ग, शिव अवतार वाटिका, प्रवचन हॉल, रूद्रसागर तट विकास, अर्ध पथ क्षेत्र, धर्मशाला तथा पार्किंग सर्विसेस भी तैयार किया जा रहा है।

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