सर्वदलीय बैठक में नाराज़ हुआ विपक्ष, केंद्र सरकार पर लगाया ये इल्जाम

नई दिल्ली: संसद भवन में रविवार को सर्वदलीय बैठक आयोजित की गौ. इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, रामगोपाल, दीपेन्दू उपाध्याय, पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला, अधिरंजन चौधरी, ललन सिंह, गुलाम नबी आजाद, सुप्रिया सुले, अनुप्रिया पटेल, आनंद शर्मा, डी राजा सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की.

सर्वदलीय बैठक में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी होने के नाते कांग्रेस के नेताओं ने नई सरकार को बधाई दी. दिग्गज कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि चुनाव में विचारधारा की लड़ाई थी, है और आगे भी रहेगी. सेकुलरिज्म जो देश की संस्कृति है, उसको बचाने के लिए हम कार्य  करते रहेंगे. गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि कुछ मुद्दे हैं जिस पर सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है. किसान, सूखा और पीने के पानी पर ध्यान देने की आवश्यकता है. देश में 45 वर्षों में सबसे अधिक बेरोजगारी बढ़ी है, उस पर ध्यान देने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आज़ादी के मामले पर हमने सरकार को ध्यान दिलाया कि सत्ताधारी लोगों की ओर से जिस तरह से विपक्ष की आवाज़ को दबाने का प्रयास हो रहा है. वह गलत है. केंद्रीय संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है.

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