उत्तरपूर्व भारत में मानसून की मार, कहीं बेकाबू हुईं नदियाँ तो कहीं दरके पहाड़

नई दिल्ली: मॉनसून के आने के बाद से उत्तर भारत में कोहराम मचा हुआ है. बिहार, असम जैसे प्रदेशों में भारी तबाही हुई है. लाखों लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो चुका है. अभी उन प्रदेशों से राहत वाली कोई खबर भी नहीं आई कि पर्वतों पर भी मुसीबत के पहाड़ टूटने लगे हैं. उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों के लिए भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया है.

देहरादून में बुधवार को कुछ घंटे हुई बारिश के दौरान ही शहर में कई स्थानों पर पानी भर गया. सड़कें जल मग्न हो गईं और रोड पर खड़ी गाड़ियां पानी में डूब गईं. देहरादून में कई जगह भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हो गई हैं. उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी संगम पर स्थित भगवान शिव की मूर्ति बाढ़ के पानी में पूरी तरह से डूब गई है. नदी के तल से 20 मीटर की ऊंचाई पर बनी भगवान शिव की ये मूर्ति लगभग 15 फीट ऊंची है. संगम स्थल पर नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है और विकराल रूप लेती जा रही है.

पहाड़ों में हाहाकारी लहरों ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है. बुधवार को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में पहाड़ दरकते हुए नज़र आए और मलबा नीचे की तरफ तबाही मचाता हुआ आ गिरा. मूसलाधार बारिश के बाद यहां मोरी गांव इलाके में कई रास्ते नष्ट हो गए. पुल भी टूट गए. स्थिति ये हो गई है कि SDRF को अस्थायी पुल बनाकर बचाव अभियान चलाना पड़ा.  

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