आयुष मंत्रालय प्रोफिलैक्सिस के रूप में स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से आयुर्वेद हस्तक्षेपों पर नैदानिक अनुसंधान अध्ययन और सीओवीआईडी 19 के देखभाल के लिए एक ऐड-ऑन के रूप में लॉन्च करेगा. आयुष मंत्रालय ने एक बयान में कहा गया, ये अध्ययन आयुष मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और विज्ञान मंत्रालय, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और साथ में आईसीएमआर के तकनीकी समर्थन से पूरा किया जाएगा. बताया गया कि आयुष मंत्री श्रीपद नाइक और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन संयुक्त रूप से COVID-19 स्थिति से संबंधित तीन आयुष अध्ययनों का गुरुवार को शुभारंभ करेंगे. बुद्ध पूर्णिमा पर पीएम का बड़ा बयान, बोले- मानवता की सेवा करने वाले नमन के पात्र अपने बयान में उन्होने कहा कि, '(आयुष) मंत्रालय उच्च जोखिम वाली आबादी में आयुष-आधारित रोगनिरोधी हस्तक्षेपों के प्रभावों का अध्ययन और आयुष अधिवक्ताओं और आयुष COVID 19 की रोकथाम के उपाय पर अध्ययन कर रहा है.' इस पहल के लिए रणनीति तैयार करने और विकसित करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के वाइस चेयरमैन डॉ. भूषण पटवर्धन के तहत विशेषज्ञों के एक समूह के साथ एक अंतःविषय आयुष अनुसंधान और विकास कार्य बल का गठन किया है. इस देश से आज भारत पहुंचने वाले है भारतीय नागरिक आपकी जानकारी के लिए बता दे कि टास्क फोर्स ने प्रोफिलैक्टिक अध्ययनों के लिए नैदानिक अनुसंधान प्रोटोकॉल तैयार किए हैं और सीओवीआईडी -19 पॉजिटिव मामलों में रिपोर्ट तैयार की है और चार अलग-अलग आविष्कारों का अध्ययन करने के लिए देश भर के विभिन्न संगठनों के उच्च प्रतिनिधि के विशेषज्ञों की गहन समीक्षा और परामर्शात्मक प्रक्रिया के माध्यम से अश्वगंधा, यष्टिमधु, गुडुची + पिप्पली और एक पॉली हर्बल फॉर्मूला (आयुष -64) पर काम किया जाएगा. मंत्रालय ने 50 लाख लोगों के लक्ष्य के साथ बड़ी आबादी का डेटा तैयार करने के लिए आयुष संजीवनी मोबाइल ऐप भी विकसित किया है. बयान में कहा गया है कि इसमें अपेक्षित परिणामों में आयुष अधिवक्ताओं की स्वीकृति और उपयोग और जनसंख्या के बीच उपायों और COVID 19 की रोकथाम में इसके प्रभाव के बारे में डेटा उत्पन्न करना शामिल है. विशाखापत्तनम फैक्ट्री में लीक हुई जहरीली गैस, 3 की मौत, 120 की हालत बिगड़ी इस सैनिटाइजर के निर्यात पर सरकार ने लगाया प्रतिबंध केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने अपने जवानों की सुरक्षा में किया यह काम