कोरोना वायरस को लेकर पीएम मोदी का बड़ा बयान, कहा- 'मिलेंगे प्रभावी परिणाम'

नई दिल्ली: हर दिन सामने आ रहे कोरोना के नए संदिग्ध और मौत की ख़बरों से आज पूरी दुनिया हिल चुकी है. वहीं इस वायरस कि चपेट में आने से 5000 से अधिक की मौतें भी हो चुकी है. जहां कोरोना वायरस ने विश्वभर के अनेक देशों को अपने चपेट में ले लिया है. पीएम मोदी ने एक बार फिर शनिवार रात को ट्वीट करते हुए कहा, 'एक स्वस्थ ग्रह के लिए समय पर कार्रवाई करनी चाहिए. रविवार शाम 5 बजे सार्क (SAARC) देशों के नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना वायरस (COVID-19) की चुनौती से लड़ने के लिए एक रोडमैप पर चर्चा करेंगे. मुझे विश्वास है कि हमारे एक साथ आने से प्रभावी परिणाम प्राप्त होंगे और हमारे देश के नागरिकों को उसका लाभ मिलेगा.'  

मिली जानकारी के अनुसार जिन मुद्दों पर रविवार को चर्चा हो सकती है उसमें नागरिकों के आवागमन को लेकर ज्यादा सतर्कता बरतने से लेकर एक दूसरे को मेडिकल या दवाईयों की मदद पहुंचाने या अनुभव को साझा करना शामिल रहेगा. जंहा अभी भी यह कहा जा रहा है कि भारत इस क्षेत्र का सबसे बड़ा देश है और उसने सफलतापूर्वक अभी तक कोरोना वायरस के प्रसार को सीमित रखा है, इसलिए पीएम मोदी की तरफ से दूसरे देशों को मदद देने की घोषणा की जा सकती है.

भारत ने कई देशों की मदद की: यदि हम बात करें सूत्रों कि तो पता चला है कि भारत पहले से ही कुछ देशों को मदद दे रहा है. मसलन, चीन के शहर वुहान को भारत की तरफ से 26 फरवरी, 2020 को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 15 टन मेडिकल सामग्री की आपूर्ति की गई. इस तरह की मदद ईरान को भी जल्द दी जाएगी. जंहा भारत जब चीन व जापान से अपने नागरिकों की निकासी कर रहा था तो बांग्लादेश, मालदीव समेत दूसरे देशों के भी कुछ नागरिकों को निकाला गया. भारत ने सभी सार्क देशों से आग्रह किया था कि अगर उनके किसी नागरिकों को निकालना हो तो जानकारी दे, भारत उसमें मदद करेगा. कुछ देशों ने आग्रह भी किया.

राम विलास पासवान का बड़ा एलान, कहा- 'चीनी उद्योग को उबारने की कोशिश जारी'

प्रमोशन में आरक्षण को लेकर लोगों में बढ़ा आक्रोश तो समर्थन में आए भाजपा के कई विधायक

आज होगी मंत्रिपरिषद और मंत्रिमंडल की बैठक

Related News