मनोज तिवारी का वार, केजरीवाल खुद को बदलने को तैयार नहीं

दिल्ली: अरविंद केजरीवाल का धरना हाइकोर्ट और विपक्षी दल दोनों को नागवार गुजरा है. बीजेपी के दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी इस मौके को छोड़ने वालो में से नहीं है. उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने हाइकोर्ट की टिप्पणी के बाद केजरीवाल पर निशाना लगते हुए कहा कि अब अरविंद केजरीवाल को उनके किए की सज़ा मिलनी चाहिए. तिवारी ने अरविंद केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट की ये अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 30वीं तल्ख टिप्पणी है. लेकिन इसके बावजूद केजरीवाल खुद को बदलने को तैयार नहीं हैं.  

मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल बाबा साहब अम्बेडकर के संविधान को नहीं मानते हैं और इसलिए हमेशा संविधान को तोड़ते रहते हैं. तिवारी ने कहा कि जिस धरने को अरविंद केजरीवाल अपना हथियार बनाने की कोशिश कर रहे थे उसपर हाइकोर्ट ने जो टिप्पणी की है वो बेहद गम्भीर है. इसके लिए अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों को सज़ा मिलनी चाहिए. मनोज तिवारी ने एयर कंडीशनर में बैठ कर धरना देने पर भी व्यंग कसा और कहा कि 'दिल्ली की जनता त्रस्त है और ये AC में मस्त है.'

केजरीवाल के धरने के खिलाफ हाइकोर्ट ने सोमवार को कहा कि 'दिल्ली की जनता पानी के लिए परेशान है और सीएम धरना दे रहे हैं?'  इसपर मनोज तिवारी ने कहा कि "पानी को लेकर जो टिप्पणी की है कोर्ट ने वो बहुत महत्वपूर्ण है और लगता है कि दिल्ली के लोग अब राहत की सांस लेंगे". अफसरों से सीएम द्वारा उनकी सुरक्षा की गारंटी लेने वाली अपील पर भी मनोज तिवारी ने कहा कि 'केजरीवाल के खाने के दांत कुछ और हैं जबकि दिखाने के दांत कुछ और हैं.'

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