आप सभी को बता दें कि 17 अप्रैल को जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जन्म हुआ था इसी कारण आज महवीर जयंती है. ऐसे में आज हम लेकर आए हैं उनकी वह आरती जिसे गाकर आप उन्हें खुश कर सकते हैं. आइए जानते हैं. आरती महावीर स्वामी की जय महावीर प्रभो, स्वामी जय महावीर प्रभो। कुंडलपुर अवतारी, त्रिशलानंद विभो॥ ॥ ॐ जय.....॥ सिद्धारथ घर जन्मे, वैभव था भारी, स्वामी वैभव था भारी। बाल ब्रह्मचारी व्रत पाल्यौ तपधारी ॥ ॐ जय.....॥ आतम ज्ञान विरागी, सम दृष्टि धारी। माया मोह विनाशक, ज्ञान ज्योति जारी ॥ ॐ जय.....॥ जग में पाठ अहिंसा, आपहि विस्तार्यो। हिंसा पाप मिटाकर, सुधर्म परिचार्यो ॥ ॐ जय.....॥ इह विधि चांदनपुर में अतिशय दरशायौ। ग्वाल मनोरथ पूर्‌यो दूध गाय पायौ ॥ ॐ जय.....॥ प्राणदान मन्त्री को तुमने प्रभु दीना। मन्दिर तीन शिखर का, निर्मित है कीना ॥ ॐ जय.....॥ जयपुर नृप भी तेरे, अतिशय के सेवी। एक ग्राम तिन दीनों, सेवा हित यह भी ॥ ॐ जय.....॥ जो कोई तेरे दर पर, इच्छा कर आवै। होय मनोरथ पूरण, संकट मिट जावै ॥ ॐ जय.....॥ निशि दिन प्रभु मंदिर में, जगमग ज्योति जरै। हरि प्रसाद चरणों में, आनंद मोद भरै ॥ ॐ जय.....॥ दूसरी आरती- रंग लाग्यो महावीर, थारो रंग लाग्यो 1. थारी भक्ति करवाने म्हारो भाव जाग्यो ॥ रंग लाग्यो…॥ 2. थारा दर्शन करवाने म्हारो भाव जाग्यो ॥ रंग लाग्यो…॥ 3. थारा कलशा करवाने म्हारो भाव जाग्यो ॥ रंग लाग्यो…॥ 4. थारा पूजन करवाने म्हारो भाव जाग्यो ॥ रंग लाग्यो…॥ 5. थारी भक्ति करवाने म्हारो भाव जाग्यो ॥ रंग लाग्यो…॥6. थारी वंदना करवाने म्हारो भाव जाग्यो ॥ रंग लाग्यो…॥ 7. थारे पैदल आवाने म्हारो भाव जाग्यो ॥ रंग लाग्यो…॥ रंग लाग्यो महावीर, थारो रंग लाग्यो।। रंग लाग्यो महावीर, थारो रंग लाग्यो।। आज के दिन भूलकर भी ना करें सेक्स वरना.... भगवान मंदिर में चढ़ा दें चावल के इतने दाने, हो जाएंगे मालामाल जिन महिलाओं के बड़े होते है यह दो अंग, पति के जीवन में भर देती है रंग