13 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि का आरम्भ हो रहा है। ऐसे में पहले दिन माँ शैलपुत्री का पूजन किया जाता है और उनके पूजन से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं माँ शैलपुत्री की आरती जो आपको उनके पूजन के दौरान करनी चाहिए। आइए बताते हैं। माँ शैलपुत्री की आरती- शैलपुत्री मां बैल पर सवार। करें देवता जय जयकार। शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी। पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे। ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू। दया करे धनवान करे तू। शैलपुत्री मां बैल पर सवार। करें देवता जय जयकार। शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी। सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी। उसकी सगरी आस पुजा दो। सगरे दुख तकलीफ मिला दो। शैलपुत्री मां बैल पर सवार। करें देवता जय जयकार। शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी। घी का सुंदर दीप जला के। गोला गरी का भोग लगा के। श्रद्धा भाव से मंत्र गाएं। प्रेम सहित फिर शीश झुकाएं। शैलपुत्री मां बैल पर सवार। करें देवता जय जयकार। शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी। जय गिरिराज किशोरी अंबे। शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे। मनोकामना पूर्ण कर दो। भक्त सदा सुख संपत्ति भर दो। शैलपुत्री मां बैल पर सवार। करें देवता जय जयकार। शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी। तमिलनाडु: सूचना आयोग ने की 9 आईएएस की सेवानिवृत्ति की मांग, जानिए क्या है मामला 'पांचवे चरण में भी हो सकती है कूचबिहार जैसी घटना।।।', दिलीप घोष का विवादित बयान बंगाल में 'आउट ऑफ़ कंट्रोल' हुआ कोरोना, फिर भी नहीं हो रहा नियमों का पालन