समलैंगिक समुदाय ने देश भर में मनाया जश्न, संयुक्त राष्ट्र ने भी सराहा अदालत का निर्णय

नई दिल्ली : आज सुप्रीम कोर्ट ने एलजीबीटीक्यू समूहों के सदस्यों को महीनों के विचार-विमर्श के बाद जश्न मनाने के लिए मुख्य कारण दिया है, सुप्रीम कोर्ट ने आईपीसी की धारा 377 को ख़ारिज कर दिया है, जो समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी में रखता है.शीर्ष अदालत के इस ऐतिहासिक निर्णय के बाद, एलजीबीटीक्यू सदस्यों के चेहरे पर खुशी देखी जा सकती है और वे सड़कों पर नृत्य करके इस निर्णय का जश्न मना रहे हैं. 

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फिल्म जगत से जुड़े करण जौहर ने कहा है कि "एक ऐतिहासिक निर्णय है, मुझे आज गर्व महसूस होता है, समलैंगिकता को हटाने और धारा 377 को खत्म करना एक बड़ी जीत है. इससे देश को ऑक्सीजन मिला है". कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने निजी तौर पर वयस्कों के सहमतिपूर्ण यौन संबंधों को खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि हमारे एकताप्रिय देश में सरकार को जनता के निजी जीवन में हस्तक्षेप करने की अनुमति दी गई थी, जिससे वो किसी कि यौन प्रवृत्ति पर भी ऊँगली उठा सकते थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने सभी नागरिकों को बराबर लेकर खड़ा कर दिया.तापसी पन्नू ने भी ट्विटर के जरिए उनके विचार साझा किए और लिखा कि "मेरा भारत 2018 !!!! सचमुच दिल से! आइए सभी लोगों का और उनकी भावनाओं का सम्मान करें." 

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यूनाइटेड नेशन ने भी सराहा  भारतीय सुपरमे कोर्ट के इस निर्णय का संयुक्त राष्ट्र ने भी स्वागत किया है और कहा कि उम्मीद है कि अदालत का निर्णय एलजीबीटीक्यू  व्यक्तियों की पूरी श्रृंखला के मौलिक अधिकारों की गारंटी के लिए पहला कदम होगा. यूएन ने आगे कहा कि यह निर्णय सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में एलजीबीटीक्यू व्यक्तियों के खिलाफ कलंक और भेदभाव को खत्म करने के प्रयासों को बढ़ावा देगा, जिससे वास्तव में समावेशी समाज सुनिश्चित हो सके. 

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