एसिड गिरने के बाद भी ग्राहम बेल ने पूरा किया था टेलीफोन का आविष्कार, जानिए पूरी बात

यह बात तो सभी जानते होंगे की आज के समय में कई ऐसे आविष्कार हो चुके है, उन्ही में से एक टेलीफोन भी है, अब आप ये सोचिये की आज के समय में टेलीफोन न होता तो मोबाइल का भी आविष्कार नहीं होता. और हम एक दूसरे से सम्पर्क नहीं कर पाते. इतना ही नहीं ये बात तो सभी को अच्छी तरह से पता होगा की इस दुनिया में एक दूसरे से सम्पर्क करने के लिए टेलीफोन जैसी वस्तु का आविष्कार करने वाले अलेक्जेंडर ग्राहम बेल का जन्म 3 मार्च, 1847 को स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग में हुआ था।  अब ये सोचिए की आज के समय में संचार जैसी कोई चीज नहीं होती तो मोबाइल और इंटरनेट का तो नाम भी नहीं होता. अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ही एक ऐसे महान इंसान थे जिन्होंने पूरी दुनिया को टेलीफोन के द्वारा जोड़ा है. इसी तरह से  अलेक्जेंडर ग्राहम बेल की कई बड़ी सफलता और उनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें आज हम आपको बताने जा रहे है. 

अलेक्जेंडर ग्राहम बेल के पिता अलेक्जेंडर मेलविल बेल  एक प्रोफ़ेसर थे, वे एक स्कूल में गूंगे और बेहरे लोगों को पढ़ाया करते थे, जबकि उनकी माँ एलिज़ा ग्रेस एक हाउस वाइफ थी, और सबसे हैरान करने वाली बात तो यह थी कि उनकी माँ सुन भी नहीं सकती थी. अलेक्जेंडर ग्राहम बेल के पिता ने उनके 11वे जन्मदिन पर उनका मिडिल नाम  ग्राहम रखने का फैसला किया. बचपन से ही ग्राहम बेल को दुनिया से जुड़ी कई चीजों और उसकी संरचना के बारें में जानने का बहुत ही जिज्ञासा थी. उन्होंने अपने स्कूल से ज्यादा समय तक शिक्षा नहीं ली और 15 वर्ष की उम्र में ही स्कूल को छोड़ दिया. जिसके कुछ समय के बाद उन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई को पूरी करने के लिए अपने दादा के घर शिफ्ट हो गए. लेकिन 1867 में किसी गहरी बिमारी के चलते उनके दोनों भाइयों का निधन हो गया. उनके भाइयों की मौत के बाद उनके पिता टूट से गए, और वह ग्राहम बेल को लेकर चिंतित हो गए. जिसके बाद उनका पूरा परिवार केनेडा में बस गया. 

1874 में ग्राहम बेल एक इलेक्ट्रिशियन थॉमस वॉटसन के साथ सहायक के तौर पर काम करने लगे. जिसके बाद उनके और थॉमस के बीच एक बहुत ही गहरा रिश्ता हो गया. उसके बाद ही दोनों ने मिलकर हार्मोनिक टेलीग्राफ और वॉइस ट्रांस मीटर पर काम करना शुरू कर दिया. इसके बाद 10 मार्च 1876 को ग्राहम बेल ने दुनिया के पहले टेलीफोन पर एक दूसरे से बात की, इस आविष्कार के समय ग्राहम बेल और थॉमस दोनों ही अलग- अलग कमरे में थे. तभी अचानक ग्राहम बेल के ऊपर एसिड गिर गया, और उन्होंने मदद के लिए थॉमस वॉटसन को बोला, उनकी पुकार सुनते ही वॉटसन उसके पास दौड़कर गए. वॉटसन ने ग्राहम बेल को बताया की तार के द्वारा उनकी आवाज़ दूसरे कमरे में साफ़ आ रही थी. ये बात सुनते ही ग्राहम बेल अपने दर्द को भूल गए और ख़ुशी से नाचने लगे. तब दुनिया के पहले टेलीफोन का आविष्कार बहुत ही सफल तरीके से हुआ. 

'जय श्री राम' के उद्घोष के साथ शुरू हुई योगी की रैली, गौहत्या और तुष्टिकरण पर ममता सरकार को घेरा

नोएडा से सीरियल रेपिस्ट हरिशंकर गिरफ्तार, कर चुका था कई महिलाओं का बलात्कार

झूला झूल रही 8 साल की बच्ची के गले में कसाया फंदा, हुई दर्दनाक मौत

Related News