सोना हुआ 6000 रुपये तक सस्ता, इस कारण आई गिरावट

COVID-19 वायरस संक्रमण की दूसरी वेव आने के संदेह के चलते इन्वेस्टर्स ने डॉलर में अब सेफ इन्वेस्टमेंट खरीदारी आरम्भ कर दी है। इसीलिए अमेरिकी डॉलर में रफ़्तार का रुख बना हुआ है। जिसका प्रभाव सोने तथा चांदी के दामों पर दिख रहा है। मंगलवार के पश्चात् बुधवार को भी सोने के भाव में गिरावट आई है। एमसीएक्स पर अक्टूबर का सोना वायदा 0.4% गिरकर 50,180 प्रति 10 ग्राम पर जबकि चांदी वायदा 1.6% कम होकर 60,250 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया। 

वही इस हफ्ते पुरे विश्व में कीमती धातु के दामों में भारी कमी आई है। बीते सत्र में सोने के भाव में 100 रुपये की कमी आई, वहीं सोमवार को सोने के दाम 1,200 रुपये टूट गए थे। बीते माह की रिकॉर्ड ऊंचाई से सोने के दाम अब भी लगभग 6000 रुपये प्रति दस ग्राम नीचे हैं। 7 अगस्त को एमसीएक्स पर सोने की कीमत 56000 रुपये प्रति दस ग्राम के पार पहुंच गई थी। वहीं सर्राफा बाजार में कीमत 56200 रुपये प्रति दस ग्राम के लेवल पर पहुंचा था। 

वही अब 51 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पर है। इस लिहाज से 99.9 फीसदी वाले प्योर गोल्ड की कीमत 5000 रुपये प्रति दस ग्राम तक कम हो गई है। इंटरनेशनल लेवल पर सोने के दामों में गिरावट आई है। सपोर्ट प्राइस मतलब हाजिर बाजार में आज कीमत गिरकर 1900 डॉलर प्रति औेंस पर आ गए है। अमेरिकी डॉलर में रफ़्तार का रुख है।  डॉलर सूचकांक अन्य मुद्राओं की तुलना में आठ हफ्ते के शिखर पर पहुंच गया। विशेषज्ञ का कहना है कि COVID-19 वायरस संक्रमण की दूसरी वेव आने के संदेह के चलते इन्वेस्टर्स ने डॉलर में अब सेफ इन्वेस्टमेंट खरीदारी आरम्भ कर दी है। वही कोरोना के कारण बाजार में भारी हलचल उत्पन्न हो गई है।

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