एमपी में तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, 400 प्रवासी मजदूर है संक्रमित

मध्य प्रदेश में सरकारी आंकड़े के मुताबिक बस और ट्रेन से अब तक 4 लाख 83 हजार मजदूरों की वापसी हो गई है. बस और ट्रेन शुरू होने से पहले ही लाखों की संख्या में एमपी के मजदूर पैदल ही घर के लिए निकल चुके हैं. लेकिन अब सरकार के लिए टेंशन की बात यह है कि घर लौट रहे मजदूरों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आती जा रही है. मजदूरों की घर वापसी के बाद एमपी में कोरोना संक्रमण का दायरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है.

दरअसल, एमपी में 52 में से 49 जिलों में कोरोना पहुंच गया है. अब सिर्फ 3 ही जिले ऐसे बचे हुए हैं, जहां कोरोना संक्रमण के मरीज नहीं मिले हैं. लेकिन मजदूरों की वापसी के बाद सरकार के लिए यह सुनिश्चित करना मुश्किल है कि उन जिलों में संक्रमण नहीं फैलेगा. क्योंकि अब सरकार लगातार लॉकडाउन में ढील भी दे रही है. पिछले दिनों भोपाल में उस समय हड़कंप मच गया था, जब श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लौटी महिला कोरोना पॉजिटिव नहीं निकली थी. सैंपल देने के बाद महिला भोपाल से रीवा जाने वाली बस में सवार हो गई थी. बस में पूर्व से 37 लोग और सवार थे. भोपाल से बस रवाना होने के बाद महिला मजदूर की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई, उसके बाद आनन-फानन में बस को दमोह में रोका गया. जहां सभी 37 लोगों को क्वारंटीन किया गया है.

स्थानीय अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक एमपी में लौटे 400 प्रवासी मजदूर कोरोना से संक्रमित हैं. ये सभी मजदूर विभिन्न जिलों से हैं. प्रदेश में वापसी के बाद मजदूरों की स्क्रीनिंग की जाती है. शंका होने पर कोविड-19 का टेस्ट होता है. तब तक के लिए मजदूरों को उनके जिले में क्वारंटीन किया जाता है. यह जानकारी सरकार की रिव्यू मीटिंग में सामने आई है.

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